बुदेलखण्ड की वृन्दावन पन्ना में जन्मेंगे कन्हाई

Kanhai will be born in Vrindavan Panna of Budelkhand
बुदेलखण्ड की वृन्दावन पन्ना में जन्मेंगे कन्हाई
पन्ना बुदेलखण्ड की वृन्दावन पन्ना में जन्मेंगे कन्हाई

डिजिटल डेस्क, पन्ना। बुंदेलखण्ड के वृदावन के रूप में प्रसिद्ध पवित्र नगरी पन्ना में यशोदा के नंदलाला, बृज के गोपाला, कृष्ण कन्हाई, बांके बिहारी के अवतरण दिवस का पर्व जन्माष्टमी पंरपरा एवं उत्साह के साथ मनाया जायेगा। नगर में स्थित विख्यात श्री जुगल किशोर जी मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण की जन्मोत्सव को लेकर एक पखवाड़े से तैयारियां चल रही है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर मंदिर को आकर्षक तरीके से सजाया और सवांरा जा रहा है। मंदिर के बाहर जहां मजदूरो और कारीगरों द्वारा भव्य सजावट की जा रही है वहीं मंदिर के गर्भ गृह में मंदिरों के पुजारियों की टीम साफ-सफाई करने में तथा गर्भ गृह को सवारने में लगी रही। मंदिर को संतरंगी रोशनी से सजाया जा चुका है और मंदिर का सौन्दर्य निखरने लगा है। कृष्णजन्माष्टमाी के अवसर पर भगवान जुगल किशोर सरकार के मंदिर का सौदर्य अदभुत होगा और हजारो की संख्या में श्रद्धालु भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के साक्षी बनकर जन्मदर्शन की भव्य झांकी को निहार सकेगें। कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर पन्ना नगर स्थित प्रसिद्ध गोविन्द जी मंदिर,नवल किशोर जी मंदिर,राधारमण मंदिर में भी जन्माष्टमी को लेकर भव्य तैयारियां की जा रही है। श्री जुगल किशोर जी मंदिर में मध्य रात्रि की वह घड़ी का वह समय जब घन्टा मिनट और सेकेण्ड की सुई एक साथ १२ बजे पर होगी। लड्डू गोपाल के रूप में कृष्ण कन्हैया के जन्म के साथ जन्मदर्शन की   नयनाभिराम  झांकी के दर्शन होगें वहीं नगर स्थित रामबाग में राधा रमण बिहारी जू मंदिर में रात्रि ०९:३० बजे, नवल किशोर जी मंदिर में रात्रि ९ बजे और गोविन्द जी मंदिर में रात्रि ११ बजे भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जायेगा। नगर के तथा जिले के अन्य श्रीकृष्ण मंदिरों में भी जन्माष्टमाी का पर्व धूमधाम के साथ मनाने को लेकर तैयारी की जा रही है। श्री राधारमण बिहारी जू मंदिर में विगत पांच वर्षों से राधा चंद्रशेखर यादव उज्जैन द्वारा लगातार पोशाक भगवान के लिए अर्पित की जा रही है और इस वर्ष भी उनके द्वारा भगवान की पोशाक भिजवाई गई है। 
श्री जुगल किशोर सरकार के लिये वृदांवन से आई पोशाक  
भगवान श्री जुगल किशोर जी मंदिर में कृष्ण जन्मोत्सव को लेकर वृहद स्तर पर तैयारियां की जा रही है। कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर जुगल किशोर सरकार तथा राधा रानी के लिये हर वर्ष की इस वर्ष भी वृदंावन से विशेष पोशाक लाई गई है। राधारानी के संग विरजामान जुगल किशोर सरकार के सोलह श्रंगार के साथ ही जन्मदर्शन की झांकी में अदभुत दर्शन जन्माष्टमाी पर श्रद्धालुओं के प्राप्त होगें। 
भक्ति के पर्व के भव्य आयोजन से उत्सव में लगेगें चार चाँद
मध्य प्रदेश शासन संस्कृति विभाग द्वारा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर पन्ना के श्री जुगल किशोर जी मंदिर में भक्तिपर्व कार्यक्रम आयोजित किया गया है। जिसके लिये जिला प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां एवं व्यवस्थायें पूरी की जा रही है। १९ अगस्त को जन्माष्टमी के अवसर पर भक्ति पर्व कार्यक्रम शाम ७ बजे से प्रारंभ होगा। आयोजित भक्ति पर्व में जहां पश्चिम बंगाल के प्रसिद्ध कलाकार राजपारीक के नेतृत्व में कलाकारों की टीम श्रीकृष्ण भजन की शानदार प्रस्तुती देगी। वहीं श्रीकृष्ण आधारित लोक गायन मनी सिंह ठाकुर एवं उनके साथी द्वारा प्रस्तुत किया जायेगा। आल्हा गायान की प्रस्तुती बलिराम पटेल एवं उनके साथियों की टीम द्वारा प्रस्तुती दी जायेगी। भक्ति पर्व के इस आयोजन का शुभारंभ  मध्य प्रदेश शासन के कैबिनेट मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह के मुख्य आतिथ्य में किया होगा। 
जन-जन के बीच है भगवान जुगल किशोर सरकार के चमत्कार की गाथायें 
भगवान जुगल किशोर सरकार की महिमाओं और उनके दर्शनों की गाथायें जन-जन के बीच प्रचलित है। जिसमें मंदिर के पीछे गिल्ली डंडा खेलने की प्रचलित गाथा है। जिसके अनुसार मंदिर के पीछे बच्चे गिल्ली डंडा खेल रहे थे उनमे एक बच्चे के रूप में भगवन जुगल किशोर सरकार भी साथ थेे जो कि गिल्ली डंडा के खेल मे दाम ले रहे थे।इसके बाद खेल में दाम लेने की बारी उनकी आई तभी मंदिर खुलने की आहट होते ही वह बच्चा दाम देना छोडक़र भाग गया। जिसे खेल रहे मोहल्ले के दूसरे बच्चो ने पकडऩे का प्रयास किया तो कुर्ता का एक हिस्सा बच्चों के हाथ में आ गया और वह बच्चा मंदिर के अंदर घुस गया जिसके बाद दूसरे बच्चे पुजारी के पास पहँुचे और कहने लगें कि उनका एक लडक़ा दाम देने के समय भाग कर मंदिर के अंदर घुस गया। पुजारी ने उन्हे समझाया कि अभी तो मंदिर के सभी दरवाजे बंद है कोई अंदर कैसे जा सकता है। बच्चे थे कि पुजारी की बात मानने को तैयार नही थे उन्होने कुर्ते का टुकड़ा भी पुजारी को दिखाया बच्चो की जिद पर जब पुजारी कुर्ते का टुकड़ा लेकर तलाश कर रहे थे उसी समय उन्हे देखा कि जुगल किशोर सरकार के कुर्ते का हिस्सा भी फटा हुआ है। उन्हे कुर्ते के टुकड़े से भगवान के कुर्ते से मिलाय तो बच्चों के हाथ मिला टुकड़ा दरसल भगवान के कुर्ते का हिस्सा था उन्होने अनुमान लगया कि भगवान ने बाल रूप में बच्चो के साथ खेल खेला होगा। 
भगवान ने हिम्मतदास को दिये ब्यारी के दर्शन 
भगवान जुगल किशोर सरकार की महिमा को लेकर प्रसंग प्रचलित है कि पन्ना के बराछ निवासी हिम्मतदास भगवान के अन्यन भक्त थे। वह पन्ना से २५ किलोमीटर दूर अपने बराछ ग्राम से भगवान जुगल किशोर सरकार की आरती के दर्शन के लिये नियमित पहँुचे थे एक बार बात है कि बारिश के समय तेज बारिश होने के वह बीच मे कहीं रूक गये थे। इससे जब वे मंदिर पहँुचे थे तो भगवान की ब्यारी आरती हो चुकी थी और मंदिर के कपाट बंद हो चुके थे। इससे भक्त हिम्मतदास बहुत दुखी व उदास हो चुके थे और मंदिर के द्वार में बैठे हुये थे तभी अचानक बारिश होने लगी और बादलो की तेंज गडग़डाहट के साथ मंदिर के बंद कपाट खुल गये और भक्त हिम्मतदास को भगवान जुगल किशोर के दर्शन हुये। श्रद्धालुओं के बीच भगवान जुगल किशोर की कई कहानियां सुनी जा सकती है। भगवान का मंदिर बड़ा चमत्कारी है मान्यता है कि यहां साक्षात भगवान विराजते है। 
साल भर मंदिर के आकर्षण होते है यह आयोजन 
भगवान जुगल किशोर जी मंदिर में साल भर आयोजित होने वाला जन्माष्टमी का पर्व सबसे बड़ा आयोजन है निभाई जाने वाली वृदांवन की पंरपराये श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है जिनमे दीपावली के पर्व पर दीपोत्सव,दिवारी नृत्य होली के पर्व सखी भेष के दर्शन,नरसिंह अवतार,राधाअष्टमी आदि प्रमुख है।

Created On :   19 Aug 2022 9:18 AM GMT

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