सामग्री के दामों में बड़े पैमाने पर वृध्दि, बढ़ी किसानों की दिक्कत

Massive increase in the prices of materials, increased the problems of farmers
सामग्री के दामों में बड़े पैमाने पर वृध्दि, बढ़ी किसानों की दिक्कत
पोला त्योहार पर महंगाई का साया सामग्री के दामों में बड़े पैमाने पर वृध्दि, बढ़ी किसानों की दिक्कत

डिजिटल डेस्क, खामगांव. शहर में पोले का त्योहार के कारण बाजार सज गया हैं। लेकिन महंगाई के कारण किसान हलाकान हुआ हैं। इस वर्ष गिले अकाल के कारण किसानों की खुशी छिने जाने का चित्र नजर आ रहा हैं। कई किसानों के खेत में पानी जमा हुआ हैं। जिस के चलते पुरी तरह से फसल बर्बाद हुई हैं। जिससे पोला जैसे त्योहार पर अकाल का साया पड़ा हैं। शहर के अग्रसेन चौक, मुख्य मंडी, जलंब मोड, घाटपुरी मोड परिसर में पोला त्योहार अवसर पर विविध दुकाने लगी हैं।

लेकिन ग्राहक नजर नहीं आ रहे हैं। जिस कारण व्यावसाय पर असर हो रहा हैं। व्यावसायिकों का कहना हैं कि, साल भर साथ में रहने वाले बैलजोड़ी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए यह त्योहार किसानों व्दारा हर साल उत्साह में मनाया जाता हैं। जिसके लिए किसान आठ दिनों पहले से ही इस त्योहार के लिए तैयारी में लग जाते हैं। इस साल लेकिन अतिवृष्टि व लगातार हो रही बारिश के कारण खरीप फसल खतरे में आई हैं। पोला त्योहार के उपलक्ष्य में बाजार में बैलों को सजाने के लिए उसके श्रृंगार के लिए लगनेवाली विविध सामग्री बाजार में उपलब्ध हुई हैं। लेकिन महंगाई बढ़कर सामग्री के दामों में बड़े पैमाने पर वृध्दि हुई हैं।

१५ प्रतिशत बढ़े दाम

पोले को बैलों के लिए लगनेवाली सभी सामग्री की कीमत इस साल १० से १५ प्रतिशत से बढ़ गई हैं। इस साल गिले अकाल के कारण किसान परेशान हैं। उसी में साहित्य के दाम बढ़ने से सादगी से पोला मनाने की मनस्थिति में किसान नजर आ रहे हैं।

ऐसे रहे सामग्री के दाम
झूली १२०० से ३०००, बाशिंग १५० से २५०, वेसन ५० से ८०, पैंजन १५० से २४०, तिरंगा गाठला १४० से १५०, कासरा १३० से २३०, गोंदे १८० से ४०० इतने दामो में मिल रहे है। जिससे इस वर्ष पोला त्योहार पर बाजार में किसानों की चहल-पहल कम दिखाई दे रही है।

Created On :   26 Aug 2022 7:10 PM IST

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