फोर फेल्योर के बाद भी बाधित नहीं होगी मेट्रो की विद्युत आपूर्ति, एक्वा थीम पर बन रहे मेट्रो के 4 स्टेशन

Nagpur Maha metros four stations are being built on aqua theme
फोर फेल्योर के बाद भी बाधित नहीं होगी मेट्रो की विद्युत आपूर्ति, एक्वा थीम पर बन रहे मेट्रो के 4 स्टेशन
फोर फेल्योर के बाद भी बाधित नहीं होगी मेट्रो की विद्युत आपूर्ति, एक्वा थीम पर बन रहे मेट्रो के 4 स्टेशन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महा मेट्रो के सभी स्टेशनों पर युद्धस्तर पर कार्य जारी है। अगले माह के पहले सप्ताह तक हिंगना मार्ग पर मेट्रो चलने को तैयार है। इसके लिए सितंबर की 1 या 2 तारीख को सीएमआरएस टीम भी निरीक्षण करने आने वाली है। सीएमआरएस से सर्टिफिकेट मिलने के बाद हिंगना मार्ग पर शुरू होने वाली है। यह जानकारी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर स्टेशन की मीडिया विजिट के दौरान मेट्रो के अधिकारियों ने दी। यह रूटेशन ग्राउंड प्लस टू फ्लोर पर बना हुआ है। सीतबर्डी के बाद हिंगना रूट पर यह महत्वपूर्ण स्टेशन है। इस विजिट में मेट्रो  स्टेशन की भी जानकारी दी गई। कार्य 100 प्रतिशत  पूरा होने के साथ ही अन्य सुरक्षा और सुविधा प्रणालियाें की जानकारी मेट्रो के अधिकारियों ने दी।

रख-रखाव शून्य

कार्यकारी निदेशक (विद्युत) गिरधारी पौनीकर ने बताया कि मेट्रो स्टेशनों पर विद्युत आपूर्ति के 400 केवी के  ट्रांसफार्मर का उपयोग किया जा रहा है। यहां पर 2 ट्रासफार्मर लगाए गए हैं, जिससे स्टेशन के एसी, एस्केलेटर, स्टेशन लाइट आदि कार्यों में उपयोग किया जाएगा। ट्रासफार्मर नई पद्धति के होने से इसमें ऑयल का इस्तेमाल नहीं होता। इस कारण इसका रख-रखाव शून्य रहेगा। ऑयल का उपयोग ट्रांसफार्मर को ठंडा रखने के लिए किया जाता है, लेकिन इसकी संरचना ही इस प्रकार की है, जिससे यह बिना आॅयल के सिर्फ फैन से ही ठंडा हो जाएगा। स्टेशन पर यदि एमएसईडीसीएल के एक सब-स्टेशन से विद्युत सेवा बाधित होती है, आस-पास के दूसरे सब-स्टेशनों से विद्युत आपूर्ति होगी। इस तरह के 4 फेल्योर होने पर डीजल जनरेटर शुरू हो जाएंगे, जिससे स्टेशन की विद्युत आपूर्ति बाधित नहीं होगी। ट्रेन संचालन के लिए ओएचई को विद्युत आपर्ति  हिंगना सब-स्टेशन से की जाएगी। साथ ही स्टेशन पर सोलर पैनल लगाने का कार्य शीघ्र शुरू किया जाएगा 175 केवी क्षमता के 540 सोलर पैनल यहां लगाए जाएंगे।

एक्वालाइन प्लेटफार्म सीताबर्डी की तीसरी मंजिल पर 

कार्यकारी निदेशक (प्रशासन) अनिल कोकाटे ने बताया कि एक्वा लाइन पर 4 स्टेशनों का निर्माण यात्री सुविधाओं से उपयुक्त किया गया है। शेष स्टेशनों का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है। एक्वा लाइन का प्लेटफार्म इंटरचेंज स्टेशन, सीताबर्डी की इमारत की तीसरी मंजिल पर रहेगा। इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग मेट्रो स्टेशन का डिजाइन सिस्ट्रा कंपनी ने किया है। आईटीडी सिमेंटेशन ने इसका निर्माण किया। पिछले 2 वर्ष से करीब 200 श्रामिक और अधिकारी स्टेशन के निर्माण कार्य में जुटे हुए थे।
शानदार नजारा : रीच-3 से गुजरने वाली मेट्रो से अंबाझरी तालाब का नजारा दिखाई देता है। इसी तरह रीच-4 सीताबर्डी से प्रजापतिनगर स्टेशन की यात्रा के दौरान मेट्रो ट्रेन से गांधीसागर दिखाई देगा। सीएमआरएस का निरीक्षण सितंबर की 1 से 3 तारीख के बीच हो जाएगा और सितंबर के पहले या दूसरे सप्ताह में कर्मशियल रन शुरू किया जाएगा। चर्चा के दौरान कार्यकारी संचालक (प्रशासन)अनिल कोकाटे, कार्यकारी संचालक (रीच-3) अरुण कुमार, कार्यकारी संचालक (विद्युत) गिरधारी पौनीकर, कार्यकारी संचालक (सिग्नल) जयप्रकाश डेहारिया, मुख्य परियोजना प्रबंधक (ओएचई) नामदेव रबडे प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

विद्यार्थियों के साथ मेट्रो ने किया संवाद

महामेट्राे के विषय में नागरिकों और युवाओं के मन पैदा हुए सवालों के जवाब देने के लिए मेट्रो ने नार्थ अंबाझरी एलएडी कॉलेज मंे विद्यार्थियों के साथ मेट्रो संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महा मेट्रो के वरिष्ठ अधिकारी, शिक्षण और विद्यार्थियों ने संवाद किया। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों को वीडियो के माध्यम से मेट्रो की जानकारी दी गई। साथ ही नागपुर मेट्रो मंे एक विशेष महिला कोच की भी जानकारी दी गई। कार्यक्रम में मल्टी मॉडल इंटीग्रेशन की जानकारी महाव्यवस्थापक महेश गुप्ता ने दी। कार्यक्रम में महाविद्यालय प्राचार्या, उपप्राचार्या सफतार्थ रहे।

एक्वा थीम पर बन रहे मेट्रो के 4 स्टेशन, जमीन से 26 मीटर ऊपर दौड़ेंगी बोगियां

मेट्रो ने यात्रियों और शहरवासियों के लिए मेट्रो प्रोजेक्ट  को आकर्षक बनाने के लिए कई नई संरचनाएं आैर सुविधाएं दी हैं। नागपुर मेट्रो का कार्य शहर की चारों दिशाओं में चल रहा है। इसमें दो काॅरिडोर बने हैं, जिन्हें ऑरेंज लाइन और एक्वा लाइन नाम दिया गया है। खापरी से ऑटोमोटिव चौक तक ऑरेंज लाइन और प्रजापति नगर से लोकमान्य नगर तक एक्वा लाइन नाम दिया गया है। अंबाझरी तालाब और दूसरे तालाबों के कारण एक्वा थीम पर स्टेशन बनाए गए हैं। इन स्टेशनों को एक्वा ब्ल्यू रंग दिया गया है। साथ ही सुभाष नगर स्टेशन पर व्यूइंग गैलरी बनाई जा रही है, जहां यात्री आैर शहरवासी खड़े होकर प्रकृति की खुबसूरती को निहार सकेंगे। एक्वा थीम पर मुंजे चौक, इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर, सुभाष नगर, लोकमान्य नगर स्टेशन बनाए जा रहे हैं। एमआईडीसी मार्ग की एक्वा लाइन पर मेट्रो यात्री सेवा जल्द ही शुरू हो जाएगी। 15 अगस्त को इस लाइन पर ट्रायल रन लिया गया था। इस लाइन को सीताबर्डी इंटरचेंज स्टेशन से जोड़ने का कार्य जारी है।

सितंबर में होगी हिंगना रोड पर मेट्रो शुरू

सीताबर्डी से लोकमान्य नगर का 11 किमी का मार्ग है। इस मार्ग पर ओएचई केबल और वायडक्ट का कार्य पूरा हो चुका है। सितंबर के पहले सप्ताह में हिंगना मार्ग पर यानी सीताबर्डी से लोकमान्य नगर तक मेट्रो कमर्शियल यात्री सेवा शुरू हो जाएगी। हाल ही में सीएमआरएस ने  इंटरचेंज स्टेशन और एक्वा लाइन का निरीक्षण किया था। इसके शुभारंभ के लिए प्रधानमंत्री को आमंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है। बता दें कि इससे पहले सीताबर्डी से खापरी तक मेट्रो के शुभारंभ में प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए हरी झंडी दिखाई थी। इंटरचेंज एक्वा लाइन प्लेटफार्म पर रूफ शीट कार्य में करीब 100  श्रमिक और कर्मचारी कार्यरत हैं। टॉवर क्रेन द्वारा यह कार्य किया जा रहा है, जिसकी क्षमता 90 टन और उंचाई 40 फीट है। जमीनी सतह से एक्वा लाइन प्लेटफार्म की ऊंचाई 27 मीटर है। रूफ शीट लगाने के साथ ही प्री-इंजीनियरिंग बिल्डिंग का काम लगभग पूरा होने वाला है। प्लेटफार्म पर ग्रेनाइट लगाने का काम भी तेजी से जारी है। एक्वा लाइन पर माझी मेट्रो ट्रेन प्रारंभ करने संबंधी प्राथमिक कार्य जैसे ट्रैक, सिग्नलिंग, टेलीकॉम, यात्री सुविधा संबंधी लिफ्ट लगाने का कार्य जारी है। 

जमीन से 26 मीटर ऊपर मेट्रो को दौड़ाने 700 से अधिक लोग जुटे

शहर की मेट्रो जमीन में ही नहीं, जमीन से 26 मीटर ऊपर दौड़ने के लिए तैयार हो रही है। इसके लिए शहर के व्यस्तम व्यापारिक क्षेत्र सीताबर्डी के मुंजे चौक पर 24 घंटे महामेट्रो का कार्य किया जा रहा है। फिलहाल इंटरचेंज से खापरी मार्ग पर मेट्रो ट्रेन का संचालन किया जा रहा है। स्टेशन पर चल रहे कार्य में 700 से अधिक श्रमिक, कर्मचारी, अधिकारी और विशेषज्ञों की टीम जुटी हुई है। 350 टन भार क्षमता की क्रेनों से कार्य किया जा रहा है। कार्य पूरा होने के बाद पूरा शहर नीचे सड़कों पर होगा और हवा में मेट्रो दौड़ती हुई नजर आएगी।

Created On :   24 Aug 2019 1:42 PM GMT

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