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- No core will be left for the development of Dewas district - Chief Minister Shivraj Singh Chauhan
दैनिक भास्कर हिंदी: देवास जिले के विकास के लिए कोई कोर कसर नहीं छोडी जायेगी – मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

डिजिटल डेस्क, देवास। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि देवास जिले के विकास में कोई कसर नहीं छोडी जायेगी इसके लिए पूरी कार्य योजना बनाई गई है। नये उद्योग जिले में खोले जायेंगे और नवीन उद्योग स्थापना के लिए जमीन की आवश्यकता होगी वह जमीन किसानों से ली जायेगी तथा उस जमीन को विकसित कर उस जमीन का एक हिस्सा किसानों को दिया जायेगा। 02 हजार 67 करोड रूपये की राशि आगामी 05 वर्षो में उद्योग की स्थापना में व्यय की जायेगी। इससे 30 हजार युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि पुलिस भर्ती में लगे बैन हटा दिया गया है और शासकीय सेवाओं में नवीन भर्तियां प्रारम्भ की गई है। अलग-अलग कार्य कर लोकल उद्योग को बढ़ावा दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री बुधवार को देवास जिले के भ्रमण पर थे। इण्डस्ट्री एरिया में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने देवास नगरीय क्षेत्र के विकास कार्यो का लोकार्पण एवं भूमि पूजन किया। मुख्यमंत्री ने देवास जिले में हुए विगत पांच वर्षो के विकास कार्यो की पुस्तिका का विमोचन किया। मौके पर ही उन्होंने कन्या पूजन भी किया तथा दिव्यांग बालिका अंजली सिंह की सराहना करते हुए उसे बडी गायीका बनने का आर्शीवाद दिया। मुख्यमंत्री ने उपस्थित जनता को संबोधित करते हुए कहा कि में वचन देता हू कि देवास जिले के विकास में कोई कमी नहीं रहने दी जायेगी। उन्होंने स्वसहायता समूह की महिलाओं को सशक्त बनाने हेतु उन्हें स्वरोजगार से जोडने की बात कही। उन्होंने कहा कि समूह की महिलाओं को स्व रोजगार से जोडा जायेगा। इस हेतु उन्हें गेहूं खरीदी का अवसर दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे महिलाओं को हर महिने 08 से 10 हजार रूपये तक की आय प्राप्त होगी। मुख्यमंत्री ने समूह की महिलाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रदेश की महिलाओं ने कोरोना काल में दो करोड़ मास्क बनाये। साबुन एवं पीपीई कीट बनाया और प्रदेश में आये इस संकट की घडी में साथ दिया। अब स्व सहायता समूह की महिलाओं को स्कूली बच्चों के ड्रेस बनाने का अवसर दिया जायेगा। आंगनवाडी केन्द्रों में पोषण आहार देने के लिए जो कारखाने स्थापित किये जायेंगे। उनका संचालन स्व सहायता समूह की महिलाएं ही करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायक गायत्री राजे पवार ने स्वर्गीय तुकोजीराव पवार के सपनों को साकार किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवास के विकास के लिए कलस्टर विकसित किया जायेगा। 290 करोड़ की लागत से पश्चिमी क्षेत्र में सुपर कॉरिडोर बनाया जायेगा। 240 करोड़ की लागत से एबी रोड़ का कायाकल्प किया जायेगा, इससे सड़क चौडी हो जायेगी। देवास का स्वरूप सिंगापुर जैसा हो जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवास में अंतराज्यीय बस स्टेण्ड विकसित किया जायेगा। मीठा तालाब का सौंदर्यीकरण किया जायेगा। माता की टेकरी का विकास किया जायेगा साथ ही शंकरगढ पहाड़ी क्षेत्र को विकसित किया जायेगा। इससे एडवेंचर एवं पर्यटन को बढावा मिलेगा। ऐसा प्रयास किया जायेगा की यहां पर फिल्मों की शुटिंग शुरू हो सकें। मुख्यमंत्री ने बताया कि 10 करोड़ की लागत से पार्क एवं खेल स्टेडियम बनाये जायेंगे। इसका नामकरण स्वर्गीय तुकोजीराव पवार के नाम पर किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए कहा कि जल जीवन मिशन के तहत देवास शहर के हर घर में तीन महिने के अंदर नलों के माध्यम से नर्मदा का जल दिया जायेगा। जिले की सभी ग्राम पंचायतों का मास्टर प्लान बनेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि संबल योजना पुन: प्रारम्भ की जायेगी। इस योजना के तहत गरीब बच्चों की आईआईटी एवं मेडीकल कॉलेज की फीस मध्य प्रदेश शासन वहन करेगी। प्रसुती सहायता, दुर्घटना में हुई मृत्यु, सामान्य मृत्यु एवं अत्येष्ठी में शासन निर्धारित धन राशि देगी। श्री चौहान ने बताया कि देवास में आने वाले चार वर्षो के अंदर कच्ची झोपड़ी में निवास करने वाले व्यक्तियों को पक्के आवास बनाने के लिए धन राशि दी जायेगी। आयुष्मान भारत योजना के तहत देवास जिले में 5 लाख 2 हजार पात्र व्यक्तियों के कार्ड बनाए गये है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी पात्र व्यक्तिआयुष्मान योजना का लाभ लेने से वंचित न रहे।
मुख्यमंत्री ने हिस्ट्री शीटर, बदमाशों एवं अपराधियों को चेतावनी देते हुए कहा कि उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी। महिलाओं से अभद्रता करने वालो को भी नहीं छोडा जायेगा। उन्होने भोले-भाले लोगों को ठगने वाले चिटफण्ड कम्पनियों की सम्पति जप्त करने के निर्देश दिये।
भोपाल: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में पांचवां वूमेन एक्सीलेंस अवॉर्ड
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के वूमेन डेवलपमेंट सेल द्वारा 5वां वूमेन एक्सिलेंस अवार्ड का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सुश्री अनुभा श्रीवास्तव (आईएएस), कमिश्नर, हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट विभाग, मध्य प्रदेश , विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ रूबी खान, डायरेक्टर, डायरेक्टोरेट आफ हेल्थ सर्विसेज, सुश्री रवीशा मर्चेंट, प्रिंसिपल डिजाइनर, ट्रीवेरा डिजाइंस, बट ब्रहम प्रकाश पेठिया कुलपति आरएनटीयू उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स, प्रो-चांसलर, आरएनटीयू एंड डायरेक्टर, आइसेक्ट ग्रुप आफ यूनिवर्सिटीज ने की।
इस अवसर पर सुश्री अनुभा श्रीवास्तव ने महिलाओं को अपनी बात रखने एवं निर्णय क्षमता को विकसित करने पर जोर दिया। महिलाओं को अपने व्यक्तिगत विकास की जिम्मेदारी लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर भी अपने विचार साझा किए। डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि हमारे जीवन में महिलाओं का एक अहं रोल होता है। चाहे वो रोल हमारी मां के रूप में हो या फिर बहन या पत्नी के रूप में। हमें हर रूप में महिला का साथ मिलता है। लेकिन ऐसा काफी कम होता है जब हम इन्हें इनके कार्य के लिए सम्मानित करते हैं। ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हमें यह अवसर देता है कि हम अपने जीवन की महिलाओं को उनके कार्यों और उनके रोल के लिए सम्मानित करें। इसी तारतम्य में आरएनटीयू पांचवां वूमेन एक्सीलेंस अवॉर्ड से इन्हें सम्मानित कर रहा है।
डॉ रूबी खान ने महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी एवं अपने स्वास्थ्य का ध्यान कैसे रखें इसकी जानकारी दी। वहीं सुश्री रवीशा मर्चेंट ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त रहने एवं किसी भी परिस्थिति पर हार ना मानना एवं परिवार और काम में संतुलन बनाए रखने के विषय में विस्तृत जानकारी दी। डॉ ब्रम्ह प्रकाश पेठिया ने देश की बढ़ती जीडीपी में महिलाओं का अहम योगदान माना। उन्होंने बताया कि जल थल एवं हवाई सीमा में भी विशेष योगदान महिलाएं दे रही हैं।
कार्यक्रम में रायसेन और भोपाल जिले की शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को वूमेन एक्सीलेंस अवार्ड से नवाजा गया। साथ ही पूर्व में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता महिलाओं को भी पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के अंत में डॉ संगीता जौहरी, प्रति-कुलपति, आरएनटीयू ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संयोजन एवं समन्वयन नर्सिंग एवं पैरामेडिकल विभाग की अधिष्ठाता एवं महिला विकास प्रकोष्ठ की अध्यक्ष डॉ मनीषा गुप्ता द्वारा किया गया। मंच का संचालन डॉ रुचि मिश्रा तिवारी ने किया।