राशन दुकान से मिल रहा घटिया स्तर का अनाज

Poor quality food grains getting from ration shop
राशन दुकान से मिल रहा घटिया स्तर का अनाज
दिक्कत राशन दुकान से मिल रहा घटिया स्तर का अनाज

डिजिटल डेस्क, खामगांव। कोई भी भूखा न रहे इसलिए सरकार की ओर से राशन दुकानों से किफायती दामो में राशन का अनाज लाभार्थियों को वितरित किया जाता है। जिसका का लाभ कार्डधारक लाभार्थी लेते है। लेकिन राशन दुकानों से मिलने वाला अनाज घटियास्तर से प्राप्त होने से लाभार्थियों से निराशा व्यक्त की जा रही है। इस संदर्भ में लाभार्थियों ने सम्बंधितों से कई बार शिकायतें भी की है। लेकिन इस ओर अनदेखी की जा रही है। जिससे बेहतर स्तर का यानी खाने लायक अनाज वितरित करने की मांग लाभार्थियों से की जा रही है। घटिया स्तर का अनाज मिलने से कैसे खाए? ऐसा सवाल लाभार्थियों के सामने निर्माण हुआ है। अनाज खाने से ज्यादा बेचने पर लाभार्थियों का जोर अधिक दिखाई देने का सामना आया है। 

गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वाले परिवारों को सहूलियत के दाम में अनाज उपलब्ध करने की योजना सरकार की ओर से चलाई जाती है। इस योजना अंतर्गत गरीबों के लिए अनाज प्रचलित दाम से भी कम कीमत में अनाज उपलब्ध करवाया जाता है। अनाज आपूर्ति विभाग से सम्बंधित राशन दुकानों के माध्यम से एपीएल व बीपीएल राशन कार्ड धारकों के लिए अनाज वितरित किया जाता है। महंगाई बढ़ने के कारण लाभार्थी भी गेहूं, चावल आदि राशन दुकान से मिलने वाली चीजों का लाभ लेते है। परंतु घटियास्तर का अनाज मिलने से लाभार्थियों में निराशा व्यक्त हो रही है। सस्ता राशन दुकान में मिलने वाली जीवनावश्यक वस्तू दिन ब दिन कम होती जा रही है। इसी तरह अब तो नियमित आहार में न होने वाला मका भी स्वस्त अनाज दुकान से वितरित किया जा रहा हैं। इसके पहले शक्कर, तेल, तुअर दाल ऐसा अनाज मिलता था। अब गेहुं, चावल, मका, ज्वारी दी जा रही है। किंतु यह ज्वारी बहुत घटिया स्तर की वितरित की जाने से खाने के काम की नहीं आ रही है, ऐसा लाभार्थियो व्दारा कहा जा रहा है। जिसके चलते लाभार्थी राशन दुकान से लिया अनाज घर में इस्तेमाल न करते उसे बेचकर मिलने वाले पैसों में कुछ पैसे डालकर खाने में उचित ऐसा अनाज खरीद रहे हैं। 

गरीबों के स्वास्थ्य के साथ खिलवा

सस्ता राशन दुकान से मिलने वाला अनाज यह कुछ भी खाने के लायक नहीं है। लेकिन मजबुरन यह अनाज लेना पड़ रहा हैं। परिस्थिति के कारण गरीब जनता के जीवन के साथ एक तरह से खिलवाड़ की जा रही है। शासन-प्रशासन ने इस ओर ध्यान देकर लाभार्थियों को खाने लायक अनाज वितरित करना चाहिए।
गजानन बेलोकार, लाभार्थी

खाने के लिए उचित हो ऐसा अनाज दें

राशन दुकानों से वितरित की जाने वाली ज्वारी अत्यंत घटिया स्तर की है। जो गरीब जनता को खाने के लिए वितरित जा रही हैं। जबकि यह ज्वारी जानवरों के खाने योग्य भी नहीं हैं। वहीं गेहूं, चावल, ज्वारी के साथ में मका भी राशन में दिया जा रहा हैं। जबकि मका यह विदर्भ का खाद्य पदार्थ नहीं हैं। बावजूद इसके नागरिकों को वितरित किया जा रहा हैं। नागरिक इसे लेते हैं, किंतु उसके बाद किसी को भी यह बेच देते हैं। सरकार से गुजारिश हैं कि, अच्छे दर्जे का अनाज वितरित करें। 
रवि महाले, तहसील अध्यक्ष, ऑल इंडिया राशन लाईसेन्स धारक संगठन 

Created On :   8 May 2022 3:39 PM IST

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