किया फसलों का नुकसान, सोयाबीन-कपास फसलें लगभग बर्बाद, तुरंत पंचनामे के निर्देश

Return rain - soybean-cotton crops almost ruined
किया फसलों का नुकसान, सोयाबीन-कपास फसलें लगभग बर्बाद, तुरंत पंचनामे के निर्देश
वापसी की बारिश किया फसलों का नुकसान, सोयाबीन-कपास फसलें लगभग बर्बाद, तुरंत पंचनामे के निर्देश

डिजिटल डेस्क, खामगांव। वापसी की बारिश ने बड़े पैमाने पर फसलों का नुकसान किया हैं। जिस कारण किसानों को राहत देने के लिए खामगांव तहसील में तुरंत पंचनामे करने के सूचना विधायक एड. आकाश फुंडकर ने तहसीलदार तथा उपविभागीय अधिकारी को दिए हैं। खामगांव तहसील में विगत सप्ताह से वापसी की बारिश ने कहर मचाया हैं। सोयाबीन, तुअर एवं कपास कटाई के समय पर आए बारिश ने किसानों का बड़े पैमाने पर नुकसान किया हैं। खेत में कटाई कर रखी सोयाबीन सड़ गई हैं। उसी तरह कई किसानों की सोयाबीन फसल निकालने उचित रही नहीं। लगातार बारिश ने उसमें १७ अक्तूबर को हुई अतिवृष्टि के कारण सभी किसान संकट में घिर गए हैं। तुअर समेत कपास फसल भी हाथ से चली गई। कपास  के फल पेड़ से झड़कर गिर गए हैं। जिस कारण इन किसानों को राहत मिले। जिसके लिए तुरंत नुकसान के पंचनामा करने के निर्देश खमागांव तहसीलदार समेत उपविभागीय अधिकारी खामगांव को विधायक फुंडकर ने दिए हैं। उसी तरह किसानों को नुकसान भरपाई मिले, जिसके लिए शासन स्तर पर लगातार पाठपुरावा किया जाएगा, ऐसा भी इस समय विधायक फुंडकर ने बताया।

जलगांव जामोद

इस साल बारिश ने बुलढाणा जिले समेत महाराष्ट्र में कहर मचाया हैं। इस बारिश के कारण किसानों की सोयाबीन, कपास समेत सभी फसलों का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ हैं। सोयाबीन, कपास को अंकुर फुटकर किसान संकट में  घिरे हैं। दिवाली जैसे त्योहार होकर किसान आसमानी संकट से गिरे हुए है। उनकी दिवाली अंधेरे में जाने की नौबत किसानों पर आ गिरी हैं। इस अकाल परिस्थिति से किसानों को बाहर निकालने के लिए सरकारव्दारा किसी भी तरह के प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। शिंदे–फडणवीस सरकार को किसानों की हालातो में जागृत न होने का नजर आ रहा हैं। जिस कारण सरकार का ध्यान किसानों की मांग की और आकर्षित करने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी जलगांव जामोद तहसील एवं शहर की ओर से आंदोलन किया गया। जलगांव जामोद एवं संग्रामपुर तहसील में गिला अकोल घोषित करें, किसानों को हेक्टरी ५० हजार रूपए अनुदान घोषित करें, किसी भी तरह की शर्त न लगाते फसल बीमा मंजूर करें, इस मांग को लेकर ठेचा भाकर खाकर एक दिवसीय धरणा आंदोलन किया गया। उक्त मांगो का ज्ञापन देने जाने पर उपविभागीय अधिकारी कार्यालय में कोई भी अधिकारी उपस्थित न होने से खाली कुर्सी को ज्ञापन दिया गया। इस समय प्रसेनजीत पाटिल, रंगराव देशमुख, प्रकाश ढोकने, प्रमोद सपकाल, महादेव भालतिड़क, अजहर देशमुख, एम. डी. साबीर, पराग अवचार, शेख जावेद, वर्षा वाघ, सविता वाघ, आशीष वायझोडे, दत्ता डिवरे, अनुप महाले, ईरफान खान, दादाराव धंदर, प्रकाश गावंडे, अशोक गवली, श्रीकृष्ण जाधव, तुकाराम वाघ, चांद शाह, योगेश बोराखडे, एजाज देशमुख, गोपाल भालतिड़क, सुभाष कोकाटे, महादेव वानखड़े, सिद्धार्थ हेलोडे, शेख ताहेर, डॉ. प्रल्हाद कपले, संजय ढगे, संजय दंडे, संजय देशमुख, संतोष देशमुख, विष्णू रोठे, संभाजी ठाकुर, शकील पिंजारी, जैकी खान, राजू पा. अवचार, मोहाजिर मौलाना, आकाश जाने, सदाशिव जाणे, योगेश घोपे, फिरोजभाई, सिद्धार्थ इंगले, सलमान खान, गोपाल गवली, अमान खान समेत सैकडों कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित थें।

देउलगांव राजा

तहसील के अधिकांश हिस्सों में मंगलवार, १८ अक्टूबर की सुबह से भारी बारिश हुई। सुबह तीन बजे से शुरू हुई इस बारिश से आमना नदी में पानी भर गया। सुबह से ही पुल से पानी बहने के कारण यह सड़क यातायात के लिए बंद हुई है। इससे देउलगांव राजा जाने वाले सब्जी किसानों व दूध किसानों छात्रा को काफी परेशानी हुई। ग्रामीण पुल की ऊंचाई बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। क्योंकि मानसून के दौरान अक्सर नदी में बाढ़ आ जाती है।

महान बांध के सभी 10 फाटक खोले 

बार्शिटाकली तहसील अंतर्गत आने वाले महान परिसर में मुसलाधार बारिश से बांध का जलस्तर बढ़ने लगा। एहतियात की तौर पर बांध के सभी  १० फाटक खोलकर नदी में जल विसर्ग किया जा रहा है। लिहाजा नदी किनारे बसे गांव के लोगों को सतर्कता बरतने की चेतावनी प्रशासन की ओर से दी गई है। महान परिसर में १७ अक्टूबर की रात लगातार बारिश हुई।  लिहाजा  रात  ११,४५ बजे  महान  बांध के दो फाट प्रति एक फीट से खोलते हुए  ५१.१६ घन मिटर जल विसर्ग नदी में किया गया। लेकिन आज १८ अक्टूबर  सुबह फिर से महान और बांध के पानलोट क्षेत्र में मुसलाधार बारिश हुई। जिससे सुबह  १०.३० बजे बांध के ४ गेट खोलते हुए  ५१.१६ घन मीटर से  १०२.३३ घन मीटर प्रति सेकंद इतना जल विसर्ग किया गया। लेकिन जलस्तर बढता देख फिर ११ बजे  २ फाटक खोले गए और जल विसर्ग १५३.४९ घन मीटर प्रति सेकंद से किया गया। फिर भी बांध का जलस्तर बढ़ने से  ११.१५ बजे बांध के सभी १० फाटक  प्रति एक- एक फीट से खोलकर  २५५,८२९  घन मीटर प्रति सेकंद से नदी में जलविसर्ग करना शुरू किया। दोपहर के समय बांध में जल की आवक और बढ़ने से दस में से  ६ फाटक प्रति एक फुट और  ४ गेट प्रति दो फुट से खोलते हुए  २५५.८२९ घन मीटर से जलविसर्ग बढ़ाकर ३५२.८२ घन मीटर प्रति सेकंद इतना किया गया। इस तरह बांध के 10 फाटक में से जलविसर्ग किया जा रहा है। जिसके चलते नदी किनारे वाले गांव के लोगों को सतर्क रहने आ आवाहन महान के सिंचाई विभाग कार्यालय की ओर से किया गया है। बांध की स्थिति पर उपकार्यकारी अभियंता विशाल कुलकर्णी के मार्गदर्शन में महान शाखा अभियंता प्रिया आगरकर, मनोज पाठक यह नियंत्रण रखे हुए है।
 

Created On :   19 Oct 2022 6:06 PM IST

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