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- Seoni shaken by Jabalpur's energy - Jabalpur had only 28 aftershocks after the 1997 earthquake.
दैनिक भास्कर हिंदी: जबलपुर की एनर्जी से काँप रहा सिवनी - जबलपुर में 1997 के भूकम्प के बाद केवल 28 आफ्टर शॉक आए थे

डिजिटल डेस्क जबलपुर । सिवनी में पिछले कुछ दिनों के अंदर लगातार भूकम्प के कई झटके लग चुके हैं और इससे सिवनी और आसपास के क्षेत्रों में लोग दहशत में आ गए हैं। लोगों की चिंता दूर करने प्रशासन की पहल पर पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय दिल्ली से भू वैज्ञानिक वेदप्रकाश ठाकुर के नेतृत्व में टीम भूकम्प के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। टीम ने सबसे पहला कारण तो जबलपुर में वर्ष 1997 में आए भूकम्प को बताया। उनका कहना है कि उस भूकम्प की एनर्जी रिलीज नहीं हुई है जिसके कारण सिवनी काँप रहा है। वहीं शहर के वरिष्ठ भू वैज्ञानिक का दावा है कि सिवनी के भूकम्प बारिश के बाद भूमि में पानी के रिसाव के कारण भी हो सकते हैं क्योंकि इनमें विस्फोट जैसी आवाजें भी आ रही हैं। सिवनी में भूकम्पों का सिलसिला लगातार जारी है, रिएक्टर स्केल पर 3 और उससे अधिक तीव्रता के कई भूकम्प आ चुके हैं जिससे लोगों में अब डर देखा जाने लगा है। हालाँकि अभी तक आए भूकम्प से किसी प्रकार का नुकसान तो नहीं हुआ है लेकिन लोग इन छोटे भूकम्पों को किसी बड़े भूकम्प की आहट मान रहे हैं ।
चिंता का विषय
वरिष्ठ भू वैज्ञानिक प्रो. विजय खन्ना का साफ कहना है कि सिवनी के भूकम्प बारिश के बाद पानी के रिसाव का नतीजा हो सकते हैं। हालाँकि उनका यह भी कहना है कि जबलपुर में वर्ष 1997 में आए भूकम्प के बाद केवल 28 आफ्टर शॉक आए थे जिनमें से केवल 3 ऐसे थे जिनकी तीव्रता 3 रिएक्टर स्केल थी जबकि वर्ष 2000 में मनेरी में जो भूकम्प आया था उसका केवल एक ही आफ्टर शॉक आया था जो कि चिंता का विषय है। इसकी एनर्जी ही भूकम्प का कारण हो सकती है।
भूकम्प समूह कहलाते हैं
प्रो. खन्ना का कहना है कि बारिश के बाद पानी के रिसाव से जो भूकम्प आते हैं वे भूकम्प समूह कहलाते हैं और ऐसा दिल्ली में भी देखने मिला था, उससे पहले भी कई शहरों में ऐसा हो चुका है। इस मामले में विस्तृत अध्ययन करने की जरूरत है जिसके लिए कई सिस्मोग्राफ लगाए जाने चाहिए ताकि समय रहते अधिक से अधिक जानकारी मिल सके।और भू वैज्ञानिकों ने यह दावा भी कर दिया िक सिवनी के साथ ही जबलपुर, छिंदवाड़ा और बालाघाट भी भविष्य में भूकम्प से प्रभावित हो सकते हैं।
SSC MTS Cut Off 2023: जानें SSC MTS Tier -1 कटऑफ और पिछले वर्ष का कटऑफ
डिजिटल डेस्क, भोपाल। कर्मचारी चयन आयोग (SSC) भारत में केंद्रीय सरकारी नौकरियों की मुख्य भर्तियों हेतु अधिसूचना तथा भर्तियों हेतु परीक्षा का आयोजन करता रहा है। हाल ही में एसएससी ने SSC MTS और हवलदार के लिए अधिसूचना जारी किया है तथा इस भर्ती हेतु ऑनलाइन आवेदन भी 18 जनवरी 2023 से शुरू हो चुके हैं और यह ऑनलाइन आवेदन 17 फरवरी 2023 तक जारी रहने वाला है। आवेदन के बाद परीक्षा होगी तथा उसके बाद सरकारी रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा।
एसएससी एमटीएस भर्ती हेतु परीक्षा दो चरणों (टियर-1 और टियर-2) में आयोग के द्वारा आयोजित की जाती है। इस वर्ष आयोग ने Sarkari Job एसएससी एमटीएस भर्ती के तहत कुल 12523 पदों (हवलदार हेतु 529 पद) पर अधिसूचना जारी किया है लेकिन आयोग के द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार भर्ती संख्या अभी अनिश्चित मानी जा सकती है। आयोग के द्वारा एसएससी एमटीएस भर्ती टियर -1 परीक्षा अप्रैल 2023 में आयोजित की जा सकती है और इस भर्ती परीक्षा हेतु SSC MTS Syllabus भी जारी कर दिया गया है।
SSC MTS Tier 1 Cut Off 2023 क्या रह सकता है?
एसएससी एमटीएस कटऑफ को पदों की संख्या तथा आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या प्रभवित करती रही है। पिछले वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष भर्ती पदों में वृद्धि की गई है और संभवतः इस वर्ष आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो सकती है तथा इन कारणों से SSC MTS Cut Off 2023 बढ़ सकता है लेकिन यह उम्मीदवार के वर्ग तथा प्रदेश के ऊपर निर्भर करता है। हालांकि आयोग के द्वारा भर्ती पदों की संख्या अभी तक सुनिश्चित नहीं कि गई है।
SSC MTS Tier 1 Expected Cut Off 2023
हम आपको नीचे दिए गए टेबल के माध्यम से वर्ग के अनुसार SSC MTS Expected Cut Off 2023 के बारे में जानकारी देने जा रहें हैं-
• वर्ग कटऑफ
• अनारक्षित 100-110
• ओबीसी 95 -100
• एससी 90-100
• एससी 80-87
• पुर्व सैनिक 40-50
• विकलांग 91-95
• श्रवण विकलांग 45-50
• नेत्रहीन 75-80
SSC MTS Cut Off 2023 – वर्ग के अनुसार पिछले वर्ष का कटऑफ
उम्मीदवार एसएससी एमटीएस भर्ती हेतु पिछले वर्षों के कटऑफ को देखकर SSC MTS Cut Off 2023 का अनुमान लगा सकते हैं। इसलिए हम आपको उम्मीदवार के वर्गों के अनुसार SSC MTS Previous Year cutoff के बारे में निम्नलिखित टेबल के माध्यम से बताने जा रहे हैं-
• वर्ग कटऑफ
• अनारक्षित 110.50
• ओबीसी 101
• एससी 100.50
• एससी 87
• पुर्व सैनिक 49.50
• विकलांग 93
• श्रवण विकलांग 49
• नेत्रहीन 76
SSC MTS के पदों का विवरण
इस भर्ती अभियान के तहत कुल 11994 मल्टीटास्किंग और 529 हवलदार के पदों को भरा जाएगा। योग्यता की बात करें तो MTS के लिए उम्मीदवार को भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कक्षा 10वीं उत्तीर्ण होना चाहिए। इसके अलावा हवलदार के पद के लिए शैक्षणिक योग्यता यही है।
ऐसे में परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए यह बेहद ही जरूरी है, कि परीक्षा की तैयारी बेहतर ढंग से करें और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करें।
रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय: वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का पहला मैच रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने 4 रनों से जीत लिया
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के स्पोर्ट ऑफिसर श्री सतीश अहिरवार ने बताया कि राजस्थान के सीकर में वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का आज पहला मैच आरएनटीयू ने 4 रनों से जीत लिया। आज आरएनटीयू विरुद्ध जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर के मध्य मुकाबला हुआ। आरएनटीयू ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। आरएनटीयू के बल्लेबाज अनुज ने 24 बॉल पर 20 रन, सागर ने 12 गेंद पर 17 रन और नवीन ने 17 गेंद पर 23 रन की मदद से 17 ओवर में 95 रन का लक्ष्य रखा। लक्ष्य का पीछा करने उतरी जीवाजी यूनिवर्सिटी की टीम निर्धारित 20 ओवर में 91 रन ही बना सकी। आरएनटीयू के गेंदबाज दीपक चौहान ने 4 ओवर में 14 रन देकर 3 विकेट, संजय मानिक ने 4 ओवर में 15 रन देकर 2 विकेट और विशाल ने 3 ओवर में 27 रन देकर 2 विकेट झटके। मैन ऑफ द मैच आरएनटीयू के दीपक चौहान को दिया गया। आरएनटीयू के टीम के कोच नितिन धवन और मैनेजर राहुल शिंदे की अगुवाई में टीम अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही है।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ब्रह्म प्रकाश पेठिया, कुलसचिव डॉ. विजय सिंह ने खिलाड़ियों को जीत की बधाई और अगले मैच की शुभकामनाएं दीं।
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