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Jabalpur News: दशहरा, दंगल पर शुल्क जन आस्था से खिलवाड़
- शिवाजी मैदान का मामला: सामाजिक संगठनों ने कहा- कैंट बोर्ड ने निर्णय नहीं बदला तो होगा आंदोलन
- कैंट बोर्ड द्वारा मैदानों का किराया और सुरक्षा निधि बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।
Jabalpur News: कैंट बोर्ड द्वारा दशहरा और दंगल के लिए शिवाजी मैदान का किराया 50 हजार रुपए प्रतिदिन किए जाने से सामाजिक संगठनों का आक्रोश गहराने लगा है। इस मामले को लेकर मंगलवार को सामाजिक संगठनों ने बैठक आयोजित की, जिसमें कहा गया कि कई दशकों से शिवाजी ग्राउंड पर ये आयोजन होते आ रहे हैं। अब इस तरह का रवैया जन आस्था के साथ मजाक जैसा है। संगठनों ने चेतावनी भी दी है कि यदि जल्द ही निर्णय को नहीं बदला गया तो कैंट बोर्ड के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।
सामाजिक संगठनों की बैठक में नागरिकों ने कहा कि कैंट बोर्ड लोगों की आस्था से खिलवाड़ कर रहा है। बोर्ड का यह निर्णय किसी सूरत में स्वीकार करने योग्य नहीं है। इस मौके पर डॉ. एचपी तिवारी, मुन्ना लाल दुबे, सीताराम कुरचानिया, चंद्रशेखर शर्मा, गोपाल तिवारी, विजय गुप्ता, ब्रजेश केशरवानी, विजय साहू, पुष्पा तिवारी, मीरा दुबे, गायत्री दुबे, मधुबाला दुबे और सुधा मिश्रा के साथ कमला नेहरू नगर व्यापारी संघ, संपूर्ण ब्राह्मण मंच, सम्मान समिति, तरुण रामायण प्रचार मंडल एवं परशुराम ब्राह्मण महासभा समेत अन्य संगठनों के लोग भी बड़ी संख्या में शामिल रहे।
सीईओ के समक्ष जताई आपत्ति
कैंट बोर्ड द्वारा मैदानों का किराया और सुरक्षा निधि बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। किराए और सुरक्षा निधि को यथावत रखने की मांग को लेकर मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी ने कैंट सीईओ को ज्ञापन सौंपा और उक्त मामले में आपत्ति जताई गई। ज्ञापन में कहा गया कि शिवाजी मैदान में दशहरा, मुहर्रम, दंगल और अन्य खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है।
मैदान का किराया बढ़ाने से धार्मिक कार्यक्रमों और खेल गतिविधियों पर असर पड़ेगा। इस मौके पर आशीष राव, सौरभ गोयल, संजय जैन, सुंदर अग्रवाल, अजय पदम, संजय कपूर, गोविंद यादव, विजय पटेल और शेखर पिल्ले मौजूद थे।
165 वर्षों से हो रहा आयोजन
बैठक में धनंजय बाजपेयी ने कहा कि श्री धनुष यज्ञ रामलीला समिति द्वारा 165 वर्षों से रामलीला का मंचन और 137 वर्षों से दंगल का आयोजन किया जा रहा है। दोनों आयोजनों के लिए शिवाजी मैदान नि:शुल्क दिया जाता था। हाल ही में कैंट बोर्ड ने शिवाजी मैदान का किराया 50 हजार रुपए प्रतिदिन कर दिया है, जो गलत है।
Created On :   9 July 2025 6:09 PM IST