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Jabalpur News: जरा संभलकर..बांध की जगह अस्पताल भी पहुंच सकते हैं आप

- 10 किमी की सड़क के कई हिस्सों के परखच्चे उड़े
- नर्मदा घाटी से लोक निर्माण विभाग को हस्तांतरित नहीं हो सकी सड़क, बीते 5 साल बाद भी कोशिश अधूरी
- नर्मदा घाटी विकास विभाग इस मार्ग की देखरेख करता है।
Jabalpur News: गौर तिराहा से बारहा गांव, बरबटी और आगे बरगी बांध तक जाना तो आसान है। यहां पर मार्ग कहीं खराब नहीं है लेकिन बरगी से बरगी नगर होते हुए बांध तक जा पाना बेहद पीड़ा दायक है। इस सड़क की हालत टेमर ब्रिज के आगे तो ऐसी है कि हर हिस्से में इसके परखच्चे उड़ चुके हैं। कहीं-कहीं तो पूरी कार समा जाए ऐसे गड्ढे हैं। सड़क पर एक-एक पग भारी हैं।
किसी भी हिस्से में बने बड़े बांध को राष्ट्रीय तीर्थ का दर्जा दिया जाता है क्योंकि यह लाखों लोगों को जीवन देता है। मानसून सीजन में बरगी बांध तक हजारों की संख्या में पर्यटक जाते हैं। पर्यटन के लिहाज से भी बरगी बांध आकर्षण का केन्द्र है। इन सब के बावजूद भी लेकिन इसकी ओर जाने वाली एक उपयोगी सड़क को सालों से बदतर हालत में छोड़ दिया गया है।
नर्मदा घाटी विकास विभाग इस मार्ग की देखरेख करता है। बरगी टाउन से बरगी नगर और आगे बांध तक 10 किलोमीटर सड़क को लोक निर्माण विभाग को हस्तांतरित करने बीते 5 साल से कोशिश चल रही है पर सड़क को लोक निर्माण विभाग ने लेने में अब भी रुचि नहीं दिखाई है।
दो विभाग समन्वय नहीं बना सके
बरगी बांध से जुड़े अधिकारी कहते हैं कि इस मार्ग को लोक निर्माण विभाग को सौंपने के लिए वे लगातार भोपाल से पत्र व्यवहार कर रहे हैं। इसके लिए हाल ही में मंत्रालय में संपर्क भी किया गया है। यदि लोक निर्माण विभाग इस सड़क को ले लेता है तो इसकी दशा पूरी तरह से सुधरने में समय नहीं लगेगा। नर्मदा घाटी विभाग किसी तरह से सड़क िनर्माण की एजेंसी नहीं है। इसलिए भी इस मार्ग के रखरखाव में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है।
13 करोड़ बजट नहीं दिया
नर्मदा घाटी ने बरगी सड़क को पूरी तरह से नया बनाने 13 करोड़ का प्लान बनाकर भेजा। इसमें से सरकार ने 3 करोड़ 70 लाख रुपए ही स्वीकृत किए। सरकार ने कहा कि फिलहाल इसकी केवल जरूरी सुधार कर मरम्मत की जाए। इसको इतने ही बजट में बेहतर से बेहतर बनाया जाए।
सड़क को हम लोक निर्माण विभाग को सौंपने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। जहां तक मौजूदा स्थिति की बात है तो सुधार के लिए हमने टेण्डर जारी किया है। उम्मीद है कि इसको मानसून के तुरंत बाद सुधार दिया जाएगा।
-राजेश सिंह गौंड, ईई नर्मदा घाटी
Created On :   8 July 2025 2:26 PM IST