कारण बताओ नोटिस का हमारे गुट पर कोई असर नहीं पड़ेगा - मुख्यमंत्री

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधानमंडल सचिवालय की ओर से शिवसेना के ठाकरे और शिंदे दोनों गुट के 53 विधायकों को जारी कारण बताओ नोटिस के बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि हम पर नोटिस का कोई परिणाम नहीं पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने शिवसेना के 40 विधायकों के गुट को मान्यता दी है। हमारे शिवसेना विधानमंडल दल को मंजूरी दी गई है। इसलिए हम पर विधानमंडल सचिवालय की नोटिस कोई परिणाम नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा अदालत पर भरोसा है। अदालत इस बारे में उचित फैसला करेगा। दूसरी ओर ठाकरे गुट के शिवसेना विधायक सुनील प्रभु ने कहा कि विधानमंडल सचिवालय को नोटिस भेजने का अधिकार है। हम कानूनी सलाह लेकर नोटिस का जवाब देंगे। इसके पहले शनिवार को विधानसभा सचिवालय ने शिंदे गुट के 39 विधायकों और ठाकरे गुट के 14 विधायकों को नोटिस भेजा था। विधायकों को सात दिनों के भीतर नोटिस का जवाब देना है। इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव और मुख्यमंत्री शिंदे सरकार के विश्वास मत प्रस्ताव के दौरान शिवसेना के दोनों गुटों ने एक-दूसरे के खिलाफ 3 और 4 जुलाई को व्हिप के उल्लंघन का आरोप लगाया था। ठाकरे गुट की ओर से विधायक सुनील प्रभु ने शिवसेना के बागी 40 विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग की थी। इसके जवाब में शिंदे गुट की ओर से भरत गोगावले ने विश्वास मत प्रस्ताव पर ठाकरे गुट के विधायकों के खिलाफ व्हिप उल्लंघन का आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने की मांग की थी। गोगावले ने पत्र में शिवसेना विधायक आदित्य ठाकरे का नाम शामिल नहीं किया था। इसलिए आदित्य को नोटिस नहीं भेजी गई है। मुख्यमंत्री को मिलाकर विधानसभा में शिवसेना दोनों गुटों के कुल 55 विधायक हैं।
Created On :   10 July 2022 9:19 PM IST