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मैंगो बमों में टेक्निकल फॉल्ट, प्रोडक्शन थमा आयुध कर्मी अपने सेक्शनों में वापस लौटे
रशियन एक्सपर्ट सुलझाएँगे परेशानी, ग्लू की वजह से आई तकनीकी खराबी
डिजिटल डेस्क जबलपुर । मैंगो प्रोजेक्ट में बनने वाले 125 एमएम बमों का उत्पादन तकनीकी परेशानी की वजह से थम गया है। पता चला है कि हाल ही में रूस से हासिल हुए ग्लू को लेकर कुछ इश्यू सामने आए हैं। पूरा मसला रशियन टेक्नो एक्सपर्ट के सामने रखा गया है। उम्मीद की जा रही है कि इस खामी का अगले कुछ दिनों में हल निकल सकेगा। रशियन टेक्नोलॉजी पर आधारित एंटी टैंक बमों के 6 लॉट कम्पलीट होने के बाद अब उत्पादन में बड़ी रुकावट सामने आई है। जानकारों का कहना है कि अनलॉक के बाद नए साल में रूस से ग्लू की सप्लाई हो सकी, लेकिन जब इसकी टेस्टिंग की गई तो उतने बेहतर परिणाम सामने नहीं आ पाए। मैंगो सेक्शन में काम रोक दिया गया है और दूसरे सेक्शनों से बुलाए गए आयुध कर्मी भी वापस भेज दिए गए हैं।
रशियन ने मदद माँगी
गेज मेपिंग टेस्ट को लेकर ओएफके में तैनात रशियन वैज्ञानिकों ने अपना दिमाग दौड़ाया, लेकिन जब प्रयास सफल नहीं हो पाए तो ग्लू का सैंपल वापस रशिया लौटाया गया और एक्सपर्ट से मदद माँगी गई। सूत्रों का कहना है कि अगले सप्ताह रूस से टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद हर तरह की अड़चनों का हल निकल सकेगा। टारगेट कैसे पूरा होगा आयुध निर्माणी खमरिया में महाप्रबंधक रविकांत की अध्यक्षता में हुई स्थानीय उत्पादकता समिति की मीटिंग में भी इस मुद्दे को लेकर चिंता जताई गई। बैठक में 84 एमएम टीपीटी, 30 एमएम तथा 1000 पाउंडर बमों को लेकर भी चर्चा की गई। जीएम ने भरोसा दिलाया कि रशियन तकनीकी पर जल्द सुधार कर लिया जाएगा और हम वक्त पर टारगेट भी पूरा कर सकेंगे। इस दौरान एजीएम बीवी सिंह, एके हलदर, शैलेश अग्रवाल, कर्मचारी पक्ष से अरुण दुबे, नरेंद्र तिवारी, आनंद शर्मा, हृदेश यादव, बीवी ओझा, डीबी थापा शामिल रहे।
अम्बाझरी से आए फेल फ्यूज में धमाका, आयुध कर्मी जख्मी, निर्माणी ने हादसे पर पर्दा डाला!
आयुध निर्माणी खमरिया के सेक्शन एफ-9 में फेल साबित हो चुके फ्यूज में धकामा हो गया। खास बात यह है कि हादसे में एक कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गया और निर्माणी प्रशासन ने घटना को छिपाने की हर मुमकिन कोशिश शुरू कर दी। यही वजह है कि एक्सीडेंट रिपोर्ट कार्ड नहीं बनाया गया।
जानकारी के अनुसार बीएमपी-2 का एक लॉट हाल ही में अम्बाझरी से रिजेक्ट होकर वापस लौटा है। सूत्र बताते हैं कि अधिकारियों ने फ्यूज में से कुछ सामान निकालने के लिए आयुध कर्मियों को लगा दिया जबकि नियम है कि डेटोनेटर फिट होने के बाद फेल प्रॉडक्ट को खोला नहीं जाना चाहिए। इस लापरवाही का खामियाजा कि आयुध कर्मी कुनाल कुंभारे के हाथ की दो अंगुलियों के चीथड़े उड़ गए। मौके पर पहुँचे जेडब्ल्यूएम गुपचुप उसे लेकर बाहर निकल गए। इसके बाद आयुध कर्मी को न किसी अस्पताल में भर्ती कराया गया और न ही एक्सीडेंट रिपोर्ट बनाई गई। इस मामले में प्रशासन से चर्चा के प्रयास किए गए लेकिन संपर्क नहीं हो सका।
Created On :   30 Jan 2021 2:17 PM IST