पिता ने ही 22 माह की मासूम को जिदा कुएं में फेक दिया था - कर रहा था गुमराह , पुलिस ने सुलझाई गुत्थी

The father had thrown the innocent 22-month-old into a well - he was misguided, the police solved the mystery
पिता ने ही 22 माह की मासूम को जिदा कुएं में फेक दिया था - कर रहा था गुमराह , पुलिस ने सुलझाई गुत्थी
पिता ने ही 22 माह की मासूम को जिदा कुएं में फेक दिया था - कर रहा था गुमराह , पुलिस ने सुलझाई गुत्थी

 डिजिटल डेस्क जबलपुर । 22 माह की मासूम बेटी को कुए में  जिंदा फेककर उसकी हत्या करने वाला कोई और नहीं उसका ही पिता था । इस मासूम का सिर्फ इतना कसूर था कि वह बीमार रहती थी । हत्यारे पिता को यह भी शक था कि मृतका उसकी नहीं किसी और की बेटी है । हत्या के बाद हत्यारे पिता  सुदर्शन बाल्मीकि उम्र 39 वर्ष निवासी भैरोनगर ने बड़ी चालाकी से थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि दिनांक 16-01-2020 को रात्रि लगभग 11 बजे खाना खाकर परिवार सहित घर में सो गया था, रात्रि लगभग 2 बजे उसकी बच्ची कुमारी देविका उम्र 1 वर्ष 10 माह ने उठने की कोशिश की जिसे पुन: सुला दिया था, सुवह 8 बजे लगभग वह एवं उसकी पत्नी सोकर उठे तो देखा कि घर पर बच्ची नहीं थी, सामने का दरवाजा खुला था तथा बाजू से लगी हुई दीवाल की ईंट हटी हुई थी घुसने का रास्ता था । उसने एवं उसकी पत्नी ने मौहल्ले में काफी तलाश किया लेकिन उसकी बच्ची देविका का कुछ पता नही चला, उसे शंका कि कोई अज्ञात व्यक्ति उसकी 22 माह की बच्ची को उठा ले गया है। रिपोर्ट पर धारा 363 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर प्रकरण विवेचना में लिया गया।इस पूरे प्रकरण में पूरे जिला की पुलिस हलाकान रही और देविका को ढ़ूढऩे इधर उधर की खाक छानती रही । घटना के एक माह बाद घटना स्थल के पास एक कुएं से देविका का शव बरामद किया गया जिससे पुलिस के कान खड़े हुए और जांच की दिशा बदल गई । 
 दौरान जांच के लगभग 100 से अधिक लोगों से पूछताछ की गयी, दौरान पूछताछ के पूर्व से ही संदेही मृतिका के पिता सुदर्शन उर्फ मोनू बाल्मीक निवासी भैरो नगर को घटना के सम्बंध में पर्याप्त साक्ष्य मिलने पर हिरासत मे लेकर सघन पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि कु. देविका की तबीयत हमेशा खराब रहती थी ।  वह घटना दिनॉक को मेडिकल के पास शराब पी रहा था, रात लगभग 10 बजे पत्नि का फोन आया कि देविका की तबियत खराब है उसने यह कहते हुये कि आ रहा हॅूं, फोन काट दिया, कुछ ही देर बाद पुन: पत्नि का फोन आया तो वह घर पहुंचा एवं पत्नि से कहा कि बार-बार क्यों फोन करती है । इस बात पर दोनों में विवाद होने लगा, इसी बीच बेटी कु. देविका उठ गयी एवं रोने लगी, जिसका संदर्शन ने मुंह दबा दिया जिससे बेटी निष्क्रिय हो गई उसे लगा कि उसकी मृत्यु हो गयी, डर के कारण वह बच्ची को उठाकर बाहर ले गया एवं पत्थर में रस्सी से बांधकर कुए में फेंक दिया और वापस आकर घर की दीवाल पर जमी हुई ईट को धीरे-धीरे बाहर की ओर गिरा दिया, ताकि यह लगे कि दीवाल की ईट निकालकर कमरे में घुसकर कोई बच्ची को उठा  ले गया है।
 पत्नि के द्वारा भी बताया गया कि पति मोनू उर्फ सुदर्शन बाल्मीक शक करता था कि कु. देविका उसकी बेटी नहीं है, कु. देविका के बीमार रहने के कारण चिडचिडाता था, घटना दिनॉक को भी जब उसने पति से बताया कि देविका की तबीयत खराब है तो बोला था कि आकर टंटा ही खत्म कर देता हूॅ। पति के द्वारा पेट मे पल रहे बच्चे को मारने की धमकी देने के कारण किसी को कुछ नहीं बताया था।  उल्लेखनीय है कि बेटी का हत्यारा सुदर्शन पूर्व में थाना भेडाघाट में पंजीबद्ध दुराचार प्रकरण मे गिरफ्तार हो चुका है।
 

Created On :   6 March 2020 5:58 PM IST

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