संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा में बह रही भक्तिरस की गंगा

The Ganges of Bhaktiras flowing in the musical Shrimad Bhagwat Katha
संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा में बह रही भक्तिरस की गंगा
देवेन्द्रनगर संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा में बह रही भक्तिरस की गंगा

डिजिटल जेस्क देवेन्द्रनगर । देवेन्द्रनगर तहसील अंतर्गत ग्राम देवरीगढ़ी में शासकीय ठेकेदार पण्डित गणेश प्रसाद त्रिपाठी के निज निवास में 18 जनवरी से संगीतमय श्रीमद्भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ कलश यात्रा व बैठकी के साथ हुआ। कथा के चौथे दिन श्रीकृष्ण प्रकटोत्सव में सेंकडों की संख्या में महिला व पुरुष श्रद्धालु  कथा स्थल पर पहुँचे। कथा व्यास परम् पूज्य श्रीमद गुरुदेव भगवान श्री साकेत बिहारी शरण जू महाराज जी महंत श्री सन्तकुंज आश्रम बरदाडीह सतना के मुखारबिंद से श्रोताओं को हिरण्यकश्यप और प्रह्लाद की कथा, नरसिंह भगवान वामन भगवान अवतार,श्रीराम जन्म कथा का श्रवण कराया गया। जिसमें कथा के चतुर्थ दिवस श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की  कथा का महत्व बताया गया। कथा के दौरान जैसे भगवान का जन्म हुआ तो पूरा पंडाल नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की के जयकारों से गूंज उठा। इस दौरान लोग झूमने-नाचने लगे।भगवान श्रीकृष्ण की वेश में नन्हें बालक के दर्शन करने के लिए लोग लालायित नजर आ रहे थे। भगवान के जन्म की खुशी पर महिलाओं द्वारा अपने घरों से लगाए गए गुड़ के लड्डुओं से भगवान को भोग लगाया गया। इस अवसर पर श्री महाराज जी ने कहा कि जब धरती पर चारों ओर त्राहि-त्राहि मच गई, चारों ओर अत्याचार, अनाचार का साम्राज्य फैल गया तब भगवान श्रीकृष्ण ने देवकी के आठवें गर्भ के रूप में जन्म लेकर कंस का संहार किया। इस अवसर पर उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न बाल लीलाओं का वर्णन किया। इस कथा का सीधा प्रसारण श्री सांताकुंज आश्रम यूट्यूब चैनल पर किया जा रहा है। कथा को सुनने सैंकड़ो की संख्या में भक्तगण उपस्थित रहे।

Created On :   22 Jan 2022 11:25 AM IST

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