मध्यप्रदेश: ज्वाइन नही करने वाले बांड डॉक्टरों के खिलाफ होगी कार्रवाई - उप मुख्यमंत्री

ज्वाइन नही करने वाले बांड डॉक्टरों के खिलाफ होगी कार्रवाई - उप मुख्यमंत्री
इधर, रीवा में बांड चिकित्सकों को 6 महीने से नहीं मिली सैलरी

डिजिटल डेस्क, भोपाल। उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में कहा कि जिला अस्पताल सहित सभी स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टॉफ नियमित समय पर पहुंचे। आम जनता को बेहतर तरीके से स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ समय पर मिले। शुक्ल ने कहा कि संचालनालय स्तर से नियुक्त बांड चिकित्सकों को अनिवार्य रूप से पदभार ग्रहण करने के संबंध में निर्देशित किया जाए। इसके बावजूद भी अनुपस्थित रहने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करें। उन्होंने विकासखंड चिकित्सा अधिकारियों से स्वास्थ्य संस्थाओं में स्वीकृत और रिक्त पदों के संबंध में जानकारी लेकर कहा कि प्रत्येक स्वास्थ्य केन्द्र में ओपीडी व्यवस्था को बेहतर बनाया जाए। स्वास्थ्य कार्यक्रमों व गतिविधियों के क्रियान्वयन के लिए निरंतर रूप से भ्रमण करें। सार्थक एप के जरिए उपस्थिति दर्ज कराई जाए। आशा कार्यकर्ता और एएनएम स्वास्थ्य योजनाओं का घर-घर संपर्क कर बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित कराएं। हितग्राहीमूलक योजनाओं की राशि का भी समय पर भुगतान हो। सभी बीएमओ भ्रमण कर व्यवस्था करें। मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए भी सार्थक प्रयास किया जाए।

उप मुख्यमंत्री ने जिला चिकित्सालय के वार्डों में पहुंचकर व्यवस्थाएं देखीं। मरीजों से चर्चा कर स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी ली। शुक्ल ने अस्पताल परिसर के कार्यों को गुणवत्ता के साथ समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए।

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बांड चिकित्सकों को सैलरी का इंतजार

उप-मुख्यमंत्री के गृह जिले में बांड चिकित्सकों को पिछले 8 से 6 महीने की सैलरी नहीं मिली है। सैलरी नहीं मिलने से दीवाली भी बांड चिकित्सकों की फीकी रही। जब इस बारे में रीवा सीएमएचओ संजीव शुक्ला से बात करना चाही लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई। बताया जा रहा है कि रीवा के साथ कुछ अन्य जिलों को छोड़ दिया जाए तो बांड चिकित्सकों को सैलरी मिल गई है। 2023-2024 और 2025 में नियुक्त हुए बांड चिकित्सक अभी भी 6 महीने की सैलरी के इंतजार में हैं, जबकि इन चिकित्सकों ने जिला, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थय केंद्रों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इन्होंने चिकित्सकों की कमी को कुछ हद तक पूरा किया है। बताया जा रहा पहले भी इन चिकित्सकों की सैलरी सार्थक ऐप की वजह से रोकी गई थी , लेकिन अब ऊपर बैठे जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी निभाते नजर नहीं आ रहे।

Created On :   26 Oct 2025 12:33 AM IST

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