Nagpur News: भाजयुमो ने अपनाया शिवसेना का शाखा पैटर्न, फलक पर मिलेगी संगठन कार्य की सूचना

भाजयुमो ने अपनाया शिवसेना का शाखा पैटर्न, फलक पर मिलेगी संगठन कार्य की सूचना
  • कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण के लिए लगेंगे विशेष शिविर
  • युवतियों की सहभागिता बढ़ेगी
  • नागरिकों व कार्यकर्ताओं से जुड़ने के लिए शिवसेना की शाखा का काफी महत्व

Nagpur News. शिवसेना का शाखा पैटर्न काफी चर्चा में रहा है। नागरिकों व कार्यकर्ताओं से जुड़ने के लिए शिवसेना की शाखा का काफी महत्व रहा है। भाजपा की युवा इकाई भाजपा युवा मोर्चा ने भी अब इस पैटर्न को अपनाया है। शहर में भाजयुमो की 2 शाखाएं खुल गई है। जल्द ही 100 शाखाएं शुरु करने का लक्ष्य रखा गया है। खास बात है कि शिवसेना के समान भाजयुमो भी शाखा का दायित्व संभालने के लिए कार्यकर्ताआें को विशेष प्रशिक्षण देगा। शाखा फलक पर ही संगठन कार्य की सूचना दी जाएगी। कांजी हाऊस चौक ‌‌विनोबा भावेनगर व वैशाली नगर में भाजयुमो की शाखा शुरु कर दी है। शाखा फलक लगाए गए हैं जिनमें शाखा प्रमुख के अलावा विधायक, मंडल अध्यक्ष सहित अन्य प्रमुख पदाधिकारियों के नाम लिखे गए हैं। भाजपा व भाजयुमो के संगठनात्मक कार्यक्रमों के अलावा अन्य सूचना शाखा फलक पर दी जाएगी।

इनमें संबंधित क्षेत्र में पार्टी के कार्यक्रमों के अलावा नेताओं के दौरे, सभा, रैली, बैठकों की जानकारी फलक पर रहेगी। फिलहाल भाजयुमो ने विधानपरिषद की नागपुर स्नातक सीट के चुनाव के लिए मतदाता पंजीयन का लक्ष्य रखा है। बूथ स्तर पर 10 कार्यकर्ता की टीम तैयार की जा रही है। इनमें 3 से 4 युवतियों का समावेश रहेगा। केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं के अलावा अन्य संगठनात्मक कार्यक्रमों की जानकारी बूथ स्तर से घर-घर तक पहुंचायी जाएगी। वार्ड समिति का गठन किया जाएगा। इनमें अध्यक्ष, महामंत्री, उपाध्यक्ष, मंत्री सहित 35 से अधिक प्रमुख पदाधिकारी रहेंगे। इससे पहले वार्ड स्तर पर संगठन वॉरियर की नियुक्ति की गई थी। अब संगठन कार्य का मुख्य केंद्र, शाखा होगा। वार्ड, प्रभाग में कार्यकर्ता, मतदाता की जानकारी अपडेट की जाएगी। पुराने कार्यकर्ताओं को विशेष प्राथमिकताा के साथ संगठन से जोड़ा जाएगा। प्रत्येक मंडल में 25 शाखा खोलने का लक्ष्य रखा गया है।

शिवसेना की शाखा का महत्व

बाल ठाकरे के समय शिवसेना की शाखा का काफी महत्व था। शाखा प्रमुख को नगरसेवक, विधायक, सांसद बनने के मार्ग का पहला कदम माना जाता था। शिवसेना की शाखा में कई जनसमस्याओं का त्वरित निदान किया जाता था। 1980-90 के दौरान इन शाखाओं का विस्तार हुआ। शाखा प्रमुख का काफी रुतबा था। बाल ठाकरे या संगठन के महत्वपूर्ण निर्देश शाखा फलक पर लिखे जाते थे। बंद प्रदर्शन से लेकर शिवसेना की विविध प्रतिक्रियाएं इन फलक के माध्यम से ही व्यक्त होती थी। सोशल मीडिया नहीं था। शिवसेना के शाखा कार्यालय या उसके पास की दुकान के लैंडलाइन फोन पर संपर्क कर विविध समस्याएं सुलझाने का प्रयास किया जाता था।

प्रयोग नया नहीं

सचिन करारे, अध्यक्ष भाजयुमो महानगर ने बताया कि भाजयुमो का यह प्रयोग नया नहीं है। इससे पहले भी भाजयुमो की ओर से शाखा स्तर पर संगठन कार्य किए गए। युवा कार्यकर्ताओं को संगठन से जोड़ने का प्रयास है। कार्यकर्ताओं को संगठन की विचारधारा व कार्यशैली की जानकारी देने के लिए प्रशिक्षण िशविर व युवा सम्मेलन का आयोजन भी जल्द होगा।


Created On :   25 Oct 2025 9:24 PM IST

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