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Abu Dhabi News: CM चंद्रबाबू नायडू ने कहा, अबू धाबी का BAPS मंदिर शांति और सद्भाव का वैश्विक स्मारक

- केवल कुछ लोग ही बनाते हैं इतिहास
- CM चंद्रबाबू नायडू बोले अबू धाबी का BAPS मंदिर शांति और सद्भाव का वैश्विक स्मारक
Abu Dhabi News. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने अबू धाबी स्थित BAPS हिंदू मंदिर की यात्रा के दौरान इसे अपने जीवन के “सबसे असाधारण अनुभवों में से एक” बताया। उनका पारंपरिक स्वागत ब्रहमविहारिदास स्वामी ने किया और उन्हें मंदिर की अद्भुत शिल्पकला, आध्यात्मिक भव्यता और शांति व एकता के सार्वभौमिक संदेशों से परिचित कराया। मुख्यमंत्री ने सबसे पहले मंदिर की 3D-प्रिंटेड ‘वाल ऑफ हार्मनी’ का अवलोकन किया, जो यह प्रेरक संदेश देती है कि “धर्म जोड़ता है, तोड़ता नहीं।”
एन. चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि यह विचार विश्व को नई दिशा देता है और मानवता के लिए प्रेरणास्रोत है। जब उन्होंने ‘डिवाइन आई’ से मंदिर का सम्पूर्ण दृश्य देखा, तो उन्होंने कहा “यही आज के युवाओं की आवश्यकता है, मूल्यों को ऐसे प्रस्तुत करना कि वे उन्हें समझ सकें और अपनाएं।”
मंदिर में प्रवेश के दौरान मुख्यमंत्री ने दक्षिण भारतीय मूल के एक श्रद्धालु से बातचीत की, जिसने कहा “यह मंदिर केवल उपासना का स्थान नहीं, यह हमारा घर है, हमारी संस्कृति का प्रवाह है।”
नायडू ने प्रसन्नता व्यक्त की कि यह मंदिर भारतीय प्रवासियों के लिए पहचान और अपनत्व का सेतु बन चुका है। उन्होंने भगवान के दर्शन किए और श्रद्धापूर्वक प्रार्थना की।
श्रीनिवास-पद्मावती मंदिर में उन्होंने एक स्वयंसेवक से भेंट की, जिसने तिरुपति में मूर्तियों की प्रतिमाकर्म प्रक्रिया का नेतृत्व किया था। मुख्यमंत्री ने उसकी सेवा भावना और निष्ठा की प्रशंसा की।
जब वे प्रमुख स्वामी महाराज की मूर्ति के समक्ष पहुंचे। जिन्होंने इस मंदिर का प्रथम संकल्प लिया था। तो उन्होंने भावुक होकर कहा “यह एक सच्चा चमत्कार है। महान लोग जो कहते हैं, वह अवश्य पूरा होता है।”
अपने प्रेरक संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा “सिर्फ पांच वर्षों में आपने वह कर दिखाया है जो विरासत बनकर सदियों तक जीवित रहेगा। आपने आस्था को तकनीक से, परंपरा को आधुनिकता से, और मानवता को एकता से जोड़ा है।
तिर्थस्वरूप स्वामी, BAPS स्वामीनारायण संप्रदाय के मुताबिक यह मंदिर वैश्विक एकता और विश्व शांति का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि “इतिहास रचने वाले बहुत कम होते हैं और मैं वह इतिहास आपके भीतर देखता हूँ। यह उपलब्धि दूर तक गूंजेगी।”
Created On :   24 Oct 2025 5:11 PM IST












