- Dainik Bhaskar Hindi
- City
- The situation of MP schools is bad, school looking under the tree, no teacher
दैनिक भास्कर हिंदी: मप्र के स्कूलों के हालात खराब, पेड़ के नीचे लग रही पाठशाला, शिक्षक भी नहीं

डिजिटल डेस्क शहडोल/जैतपुर। शिक्षा को बढ़ावा देने का राग अलापने वाले ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों से अनजान हैं। उन्हें मालूम नहीं कि स्कूलों में व्यवस्थाएं कैसी हैं। मप्र के ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी स्कूल पेड़ के नीचे लग रहे हैं। मामला मप्र के शहडोल जिले के जैतपुर अंतर्गत आने वाली शासकीय प्राथमिक स्कूल चैन टोला का है। वहीं अधिकारी इस पूरे मामले में चुप्पी साधे हुए हैं।
जिले के तहसील मुख्यालय जैतपुर अंतर्गत एक ऐसा शासकीय स्कूल है जहां के बच्चे पेड़ के नीचे बैठकर शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर हैं। ग्राम पंचायत बिरौड़ी अंतर्गत चैन टोला में संचालित शासकीय प्राथमिक विद्यालय का भवन आज तक नहीं बन पाया है। गांव की बस्ती में एक घर के सामने सड़क किनारे पेड़ की छांव में कक्षा एक से पांचवीं तक के बच्चे पढ़ाई करते हैं। बरसात के दिनों में कक्षाएं लगभग बंद सी रहती हैं। एक ग्रामीण द्वारा अपना मकान दिया गया था लेकिन अब किराए की मांग को लेकर बंद कर दिया है। यही नहीं इस स्कूल में आज तक एक भी नियमित शिक्षक की पदस्थापना नहीं की गई है। मात्र दो अतिथि शिक्षकों के भरोसे बच्चों का भविष्य बनाया जा रहा है। इस समस्या से प्रशासन और संबंधित विभाग के अधिकारी भली भांति परिचित हैं इसके बाद भी बच्चों के हित में कोई पहल शुरु नहीं की गई। चैन टोला में वर्ष 2013-14 से प्राथमिक विद्यालय का संचालन किया जा रहा है। वर्तमान में 21 बच्चे पढ़ाई करने आते हैं। बस्ती में स्कूल संचालन कराने का फरमान जारी तो कर दिया गया परंतु भवन और शिक्षक देना ही भूल गए। वर्तमान में दो अतिथि शिक्षक कमान संभाले हुए हैं।
मूलभूत सुविधा भी नहीं-
विद्यालय के अपना न तो फर्नीचर है और न ही रिकार्ड। स्कूल के दस्तावेज संकुल केंद्र साखी जो यहां से करीब 4 किलोमीटर दूर है, वहां रखे जाते हैं। सीएसी बीच-बीच में आकर जायजा लेते रहते हैं। भवन के अलावा खेल मैदान की कमी बनी हुई है। बच्चे किसी प्रकार की खेल गतिविधियों में हिस्सा नहीं ले पाते। टॉयलेट भी आधा किलोमीटर दूर शासकीय जमीन पर बनाया गया है। जिसका उपयोग करने बच्चे वहां नहीं जा पाते। मध्याह्न भोजन भी भगवान भरोसे चल रहा है। अन्नूपूर्णा स्व सहायता समूह द्वारा मनमाने तरीके से भोजन दिया जाता है। कक्षा 5वीं की छात्रा आरती सिंह व सविता सिंह ने बताया कि वे पढऩा तो चाहती हैं लेकिन खुले में कक्षा लगने से परेशानी होती है। छात्रा स्मिता सिंह, आशीष सिंह व भूपेद्र सिंह ने बताया कि टायलेट दूर होने के कारण बाहर ही कहीं चले जाते हैं।
इनका कहना है
जिले में एक साथ 17 नए भवनों के लिए राशि जारी हो चुकी है, जिनमें चैनटोला भी शामिल है। राशि न होने के कारण कार्य शुरु नहीं हो पाया था। अब राशि मिल चुकी है, शीघ्र ही भवन निर्माण शुरु होगा।
मदन त्रिपाठी, डीपीसी
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।
खबरें और भी हैं...
दैनिक भास्कर हिंदी: जिप स्कूलों का सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में , दो महीने पहले निकला टेंडर
दैनिक भास्कर हिंदी: जिला परिषद चुनाव की गतिविधियां तेज, जनवरी में कराने के संकेत
दैनिक भास्कर हिंदी: 'लव स्लीप रिपीट' से लैम्बर्गिनी फेम हर्षदा विजय कर रही अपना डिजिटल डेब्यू
दैनिक भास्कर हिंदी: जालसाज दिलशाद के पास 7 एकड़ का आलीशान फार्म हाउस - मामला नौकरी के नाम पर ठगी का
दैनिक भास्कर हिंदी: विजय हजारे ट्राफी : जायसवाल का दोहरा शतक झारखंड पर भारी पड़ा