दो रेत घाट अभी भी नहीं हुए नीलाम, 10 करोड़ में हुई 16 रेत घाटों की नीलामी

Two sand ghats still not auctioned, 16 sand ghats auctioned for 10 crores
दो रेत घाट अभी भी नहीं हुए नीलाम, 10 करोड़ में हुई 16 रेत घाटों की नीलामी
गोंदिया दो रेत घाट अभी भी नहीं हुए नीलाम, 10 करोड़ में हुई 16 रेत घाटों की नीलामी

डिजिटल डेस्क, गोंदिया। सोमवार, 21 फरवरी को जिलाधिकारी कार्यालय में हुई रेत घाटों की नीलामी प्रक्रिया में जिले के 18 रेत घाटों में से 16 रेत घाटों की नीलामी हुई है। इस नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से जिला खनिकर्म विभाग के तिजोरी में 10 करोड़ रुपए का राजस्व जमा हुआ है। शेष दो रेत घाटों की नीलामी प्रक्रिया नियमों के अनुसार जल्द ही की जाएगी। इस तरह की जानकारी जिला खनिकर्म विभाग की ओर से दी गई है। बताया गया कि नागपुर विभाग में गोंदिया जिले के 16 रेत घाटों की नीलामी प्रक्रिया सबसे पहले की गई है। इसमें जिले के पिपरिया व घाटकुरोडा क्रमांक -2 इन रेत घाटों की जल्द gh नीलामी की जाएगी। बता दें कि गोंदिया जिले से वैनगंगा, बाघनदी, चुलबंद नदी, गाढ़वी नदी तथा पांगोली नदी प्रवाहित है। इन नदियों से उत्कृष्ट दर्जे की रेत निर्मित होती है, जिसकी बड़े पैमाने पर मांग होती है। ऐसे में गत वर्षों से जिले में रेतघाटों की नीलामी नहीं होने के कारण तस्करों द्वारा रेत घाटों पर दिन-रात अवैध तरीके से उत्खन्न कर उंचे दामों पर रेत की बिक्री बड़े पैमाने की जा रही थी। जिससे पर्यावरण के नुकसान के साथ-साथ प्रशासन के राजस्व करोड़ों रुपयों का नुकसान हो रहा था। ऊपर से पर्यावरण विभाग से भी रेत घाट की नीलामी को लेकर मंजूरी नहीं दी जा रही थी। लंबे अंतराल के बाद पर्यावरण विभाग से मिली रेतीघाटों की नीलामी के लिए मंजूरी दी। 

जिसके बाद जिला प्रशासन ने जिले के 16 रेतघाटों की नीलामी प्रक्रिया शुरू की गई, जो सोमवार 21 फरवरी को देर शाम तक इस नीलामी प्रक्रिया को पूर्ण रूप दिया गया।। इस संदर्भ में जानकारी दी गई कि जिलाधिकारी, अप्पर जिलाधिकारी व जिला खनिकर्मी अधिकारी के अथक प्रयास से ही इस प्रक्रिया को पूर्ण किया गया। इससे जिला खनिकर्म विभाग के तिजोरी में 10 करोड़ रुपए का राजस्व जमा किया गया है। बचे शेष दो घाटो की नीलामी प्रक्रिया नियमों के अनुसार की जाएगी। इस तरह की जानकारी जिला खनिकर्म विभाग की ओर से दी गई है। यहां बता दंे कि गत वर्षो से रेतीघाटो की नीलामी नहीं होने के कारण रेतीघाटो से अवैध उत्खन्न कर उंचे दामों पर रेती की बिक्री बडे पैमाने की जा रही थी। जिससे पर्यावरण नुकसान के साथ राजस्व का भी करोडो रुपए का नुकसान हो रहा था। इतना ही नहीं तो आम जनता को दुगुने दाम पर रेती की खरीदी करना पडता था। जिला प्रशासन ने जिले के 18 रेतीघाटों की नीलामी प्रक्रिया को पूरा करने के लिए पर्यावरण विभाग से मंजूरी प्राप्त करने के लिए रिपोर्ट प्रस्तुत किया था। 

लंबे अंतराल के बाद पर्यावरण विभाग से मिली रेतीघाटों की नीलामी के लिए मंजूरी दी। जिसके बाद जिला प्रशासन ने जिले के 18 रेतीघाटों की नीलामी प्रक्रिया शुरू की। जो सोमवार 21 फरवरी को देर शाम तक इस नीलामी प्रक्रिया को पूर्ण रूप दिया गया। 18 रेतीघाटों में से 16 रेतीघाटों की नीलामी की गई। इस नीलामी से जिला प्रशासन को 10 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। इस संदर्भ में जानकारी दी गई कि जिलाधिकारी, अप्पर जिलाधिकारी व जिला खनिकर्मी अधिकारी के अथक प्रयास से ही इस प्रक्रिया को पूर्ण किया गया। बताया गया कि नागपुर विभाग में गोंदिया के ही 16 घाटो की नीलामी प्रक्रिया सबसे पहले की गई है। इस नीलामी प्रक्रिया से रेती के दाम कम होकर तस्करी पर भी लगाम लग जाएगी।

इन घाटों की हुई नीलामी 

गोंदिया के पुजारीटोला, तेढ़वा, बनाथर, महालगांव, साईटोला, देवरी, बिरसोला, तिरोड़ा तहसील के बिरोली, मांडवी, घाटकुरोडा, सड़क अर्जुनी तहसील के सावंगी, सांवगी-2, सौंदड़, पिपरी-2, पलसगांव राका, आमगांव तहसील के मानेकसा व अर्जुनी मोरगांव तहसील के बडगांव बंध्या इन रेत घाटों की नीलामी हुई हैं।

Created On :   22 Feb 2022 7:15 PM IST

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