खसरा, नक्शा की नकल के लिए तहसील के चक्कर काट रहे पीडि़त, लाखों के राजस्व का भी नुकसान

छिंदवाड़ा। वेव जीआई पोर्टल के माध्यम से नक्शा, नकल देने की प्रक्रिया पिछले दो महीने से बंद पड़ी है। शासन के फरमान से आम लोगों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। दो महीने से तहसीलों के चक्कर काटने के बाद भी सेवा की शुरुआत नही हो पा रही। जिसका हर्जाना आम लोगों को तो भुगतना पड़ ही रहा है। शासन को भी लाखों का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
5 अप्रैल से वेव जीआई के माध्यम से किसानों को खसरा, नक्शा की संशोधित नकल देने का प्रावधान लागू किया जाना था। पिछले दो महीने से छिंदवाड़ा तहसील में ये प्रक्रिया चल रही है। लेकिन आज तक पूरी नहीं हो पाई। अब कंपनी की लापरवाही का भुगतान आम जन भुगत रहे हैं। दो महीने से संशोधन राजस्व के प्रकरणों को लेकर दर्जनों लोग तहसील पहुंच रहे हैं। लेकिन आज तक समस्या का समाधान नहीं हो सका है।
लाखों का राजस्व नुकसान
संशोधित दस्तावेजों के न मिलने से रजिस्ट्रियां नहीं हो पा रही है। दरअसल, दस्तावेजों में कुछ और रिकॉर्डों में कुछ और लिखा हुआ है। जिस वजह से संशोधन के बिना रजिस्ट्रियोंं में दिक्कत आ रही है। अधिकारियों से पीडि़त शिकायत कर थक गए, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।
तीन बार टली शुरुआत
1 अप्रेल से ही ये व्यवस्था लागू हो जानी थी लेकिन तीन बार शुरुआत टालने के बाद भी आज तक इस व्यवस्था को दुरुस्त नहीं किया जा सका है। हर बार नई तारीख देकर पोर्टल की शुरुआत को रोक दी जाती है।
Created On :   28 April 2018 11:50 PM IST