मजदूरों का हक छीकर मशीनों से करा रहे काम -जुजावल पंचायत में अफसरों के साथ मिलकर खेला-खेल

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मजदूरों का हक छीकर मशीनों से करा रहे काम -जुजावल पंचायत में अफसरों के साथ मिलकर खेला-खेल

डिजिटल डेस्क  कटनी/बाकल । प्रवासी मजदूरों को रोजगार का संकट न हो। इसके लिए सरकार ने खजाना खोल दिया है, लेकिन अफसर मजदूरों की जगह पर मशीनों को रोजगार की गारंटी देने का काम कर रहे हैं। मामला बहोरीबंद जनपद पंचायत के जुजावल पंचायत का है। बुधवार दोपहर जैसे ही  ग्रामीणों के खाना खाने का समय हुआ। पंचायत ने सुदूर सड़क निर्माण में जेसीबी मशीन को लगा दिया। जागरुक ग्रामीणों ने वीडियो बनाकर अफसरों को भेजा। जिसके बाद अफसर अब जवाब नहीं दे पा रहे हैं।
बारह लाख की लागत
पंचायत के वार्ड क्रमांक नौ में मुख्य मार्ग से कॉलोनी तक सुदूर सड़क निर्माण योजना के तहत कार्य किया जा रहा है। जिसकी लागत 12 लाख 65 हजार है। इसमें 9 लाख 95 हजार रुपए सामग्री और 3 लाख रुपए मजदूरी में खर्च किया जाना है। जिसमें 1542 मानव दिवस का कार्य पूर्ण बताया जा रहा है और 1 लाख 9 हजार 903 रुपए मजदूरी के नाम पर खर्च किया गया है। इसके बावजूद जेसीबी मशीन लगाकर काम कराया जा रहा है।
पचास हाजिरी का खेल
इस सड़क निर्माण के लिए मस्टररोल में मजदूरों की जो हाजिरी का खेल-खेला गया है। उसे लेकर ग्रामीण पंचायत के ऊपर सवालिया निशान लगा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जब मजदूरों से सड़क बनवाई गई है तो फिर जेसीबी मशीन चलवाना समझ से परे है। ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत ने नियम विरुद्ध मस्टर रोल बनाकर उसमें मजदूरों की हाजिरी भरी है।
आयुक्त का आदेश फीका
मनरेगा आयुक्त के आदेश को यहां पर फीका कर दिया गया है। प्रवासी मजदूरों को काम की कमी न हो। इसके लिए आयुक्त के निर्देश हैं कि मनरेगा में मशीनों का उपयोग नहीं किया जा सकता। इसके बावजदू बहोरीबंद जनपद पंचायत के पंचायतों में मशीनों का यह खेल अरसे से जारी है।

Created On :   25 Jun 2020 10:10 AM GMT

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