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Jabalpur News: सूखत के नाम पर भी गोदामों से गायब हो रही धान, शासन को लगा रहे चूना

- तिलसानी क्षेत्र के कई वेयरहाउसों में चल रहा बड़ा खेल
- जिन गोदामों में अधिकृत धान रखी जाती है, उनमें करीब 50 लाख का माल गायब है।
Jabalpur News: जिले में धान उपार्जन से लेकर राशन दुकानों में अनाज की हेराफेरी बड़े पैमाने पर सामने आई है। इन मामलों में प्रशासन द्वारा एफआईआर तक कराई गई है। इसके बाद भी अनाज की हेराफेरी कर राशन को चूना लगाने का खेल नहीं रुक रहा है। अब वेयरहाउसों में रखी धान में सूखत का खेल सामने आ रहा है। खासकर कुंडम क्षेत्र के तिलसानी ब्रांच के कई वेयरहाउसों में यह खेल चल रहा है, जिसमें वेयरहाउस मालिक धीरे-धीरे धान को निकालकर गोदामों तक पहुंचा रहे हैं और अंत में बड़े पैमाने पर जब धान की कमी आएगी तो उसे सूखत में चढ़ाने की तैयारी है। इसकी शिकायत भी प्रशासन से की गई है।
यह है मामला
सूत्र बताते हैं कि ब्रांच तिलसानी में पूर्व में गुरुनानक वेयरहाउस 70 ग्राम हंसापुर के संचालक दमनीत सिंह प्रिंस की शिकायत पर रिश्वत लेने के आरोप में एमपीडब्ल्यूएलसी के शाखा प्रबंधक प्रदीप पटले एवं उसके कम्प्यूटर ऑपरेटर शैलेष बिसेन को लोकायुक्त ने पकड़ा था, हालांकि इस मामले में अभी शाखा प्रबंधक पद पर बने हुए हैं।
उक्त शिकायतकर्ता द्वारा इस बात की भी शिकायत की गई है कि ब्रांच तिलसानी में शाखा प्रबंधक द्वारा अन्य गोदामों में भी भारी अनियमितताएं की गई हैं। जिन गोदामों में अधिकृत धान रखी जाती है, उनमें करीब 50 लाख का माल गायब है। जिससे शासन को करोड़ों रुपए की चपत लगाने की योजना है।
क्या है सूखत
बताया जाता है कि सूखत वह है जो गोदाम में रखी धान के सूखने पर वेयरहाउस संचालक को शासन की ओर से एक तरह से राहत दी जाती है। जब वेयरहाउस में धान रखी जाती है तो उसमें कुल माल का 2 से 5 प्रतिशत तक धान सूखती है, इसका लाभ वेयरहाउस संचालक को देते हुए शासन उसके घाटा में जोड़ देती है, मगर जब कहीं 10 प्रतिशत तक धान सूखत में आ रही है तो यह अंदाजा लगाना आसान हो जाता है कि कहीं न कहीं गड़बड़ी है।
Created On :   15 Sept 2025 1:26 PM IST