Panna News: देवरण्य योजना अन्तर्गत आंवला के लिए खंडस्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

देवरण्य योजना अन्तर्गत आंवला के लिए खंडस्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित
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Panna News: देवारण्य योजना के अंतर्गत एक जिला एक उत्पाद औषधि आंवला का प्रशिक्षण २६ मई २०२५ को विकासखण्ड पन्ना में प्रशिक्षण विषय विशेषज्ञ एवं मास्टर प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें ३१ किसानों ने हिस्सा लिया। जिसमें विषय विशेषज्ञयों द्वारा प्रशिक्षण के संबंध में जानकारी दी गई जिसमें पन्ना जिले में आंवला की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। आंवला से मुरब्बा, सुपारी, कैंडी, जूस, जैम, जेली, अचार और पाउडर जैसे विभिन्न खाद्य उत्पाद बनाए जाते हैं। आंवला की खेती के लिए आवश्यक जानकारी दी गई। आंवला की खेती के लिए गहरी, उपजाऊ, बलुई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है।

आंवला को अधिक पानी की आवश्यकता नहीं होती है लेकिन जब तक पौधे छोटे हैं तब तक उन्हें नियमित रूप से पानी देना चाहिए। आंवला के पौधे जुलाई से सितंबर के बीच मानसून के बाद लगाने चाहिए। आंवला को उचित वृद्धि और विकास के लिए प्रत्येक वर्ष 100 ग्राम नाइट्रोजन, 60 ग्राम फास्फोरस और 75 ग्राम पोटाश प्रति वृक्ष देना चाहिए। आंवला के पौधों को कीटनाशकों से बचाने के लिए समय-समय पर कीटनाशकों का छिडक़ाव करना चाहिए। आंवले की फसल को अक्टूबर से नवंबर के बीच इका किया जाता है। आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है, यह पाचन में मदद करता है। यह बालों के लिए भी बहुत अच्छा होता है। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।

Created On :   31 May 2025 12:34 PM IST

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