Panna News: शासकीय हाई स्कूल सिरी शिक्षा के पहले दिन ही बदहाल तस्वीर, विद्यालय से छात्र नदारद, प्राचार्य रहे गायब

शासकीय हाई स्कूल सिरी शिक्षा के पहले दिन ही बदहाल तस्वीर, विद्यालय से छात्र नदारद, प्राचार्य रहे गायब
  • शासकीय हाई स्कूल सिरी शिक्षा के पहले दिन ही बदहाल तस्वीर
  • विद्यालय से छात्र नदारद, प्राचार्य रहे गायब

Panna News: एक ओर जहाँ मध्य प्रदेश का शिक्षा विभाग शैक्षणिक सत्र 2025-26 की शुरुआत बड़े उत्साह के साथ कर रहा है वहीं पन्ना जिले के अमानगंज के समीपी ग्राम सिरी में स्थित शासकीय हाई स्कूल की स्थिति ने इन दावों की पोल खोल दी है। सत्र के पहले ही दिन स्कूल में न तो कोई छात्र पहुँचा और न ही प्राचार्य मौजूद थे जिससे शिक्षा व्यवस्था की बदहाली साफ नजऱ आई।

स्कूल में सन्नाटा, शिक्षक आराम फरामते रहे

दोपहर करीब 12 बजे जब मीडियाकर्मी स्कूल पहुँचे तो मुख्य चैनल गेट अंदर से बंद मिला। बाहर दो मोटरसाइकिलें खड़ी थीं और स्कूल की बत्तियाँ जल रही थीं जिससे अंदर किसी के होने का आभास हुआ। आवाज़ लगाने पर एक शिक्षक ने गेट खोला। अंदर का नज़ारा चौंकाने वाला था चारों ओर गंदगी पसरी थी दीवारों पर मकड़ी के जाले और पक्षियों के घोंसले थेए जो महीनों से सफाई न होने का संकेत दे रहे थे। स्कूल का कार्यालय एक अस्थायी बेडरूम में तब्दील हो चुका था जहाँ गद्दे बिछाकर शिक्षक आराम कर रहे थे। एक शिक्षक तो बनियान पहने हुए थे। विद्यालय में कुल 70 छात्र दर्ज हैं लेकिन पहले दिन एक भी छात्र उपस्थित नहीं था। जब शिक्षकों से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने गैर-जिम्मेदाराना जवाब देते हुए कहा कि कोई नहीं आया इसलिए हम आराम कर रहे थे। यह जवाब छात्रों के भविष्य के प्रति शिक्षकों की उदासीनता को दर्शाता है। पहले दिन स्कूल में कोई कक्षा नहीं लगी और बच्चे गाँव में खेलते नजऱ आए जो जिले की बदहाल शिक्षा व्यवस्था का जीता-जागता उदाहरण है।

प्राचार्य नदारद, शिक्षकों ने झाड़ा जिम्मेदारी से पल्ला

विद्यालय में कुल तीन शिक्षक पदस्थ हैं जिनमें से केवल दो अखिलेश पाण्डेय संस्कृत माध्यमिक शिक्षक और रविंद्र दहायत विज्ञान माध्यमिक शिक्षक मौके पर उपस्थित मिले। प्रभारी प्राचार्य मोहम्मद इस्लाम खान नदारद थे और बताया गया कि वह अमानगंज में रहते हैं। उपस्थित शिक्षकों ने सफाई न होने का कारण बताते हुए कहा कि स्कूल में कोई भृत्य या चपरासी नहीं है। हालाँकि सवाल यह उठता है कि जब सत्र शुरू होने की तारीख़ पहले से तय थी और शासन ने शिक्षकों को ०1 जून से ही स्कूल में व्यवस्थाएँ दुरुस्त करने के निर्देश दिए थे तो तैयारियाँ क्यों नहीं की गईं क्या स्कूल में दर्ज छात्रों और उनके अभिभावकों को बुलाने का इंतज़ाम नहीं किया गया था। राज्य सरकार सरकारी स्कूलों के लिए स्मार्ट क्लास, मिड डे मील, नि:शुल्क गणवेश और साइंस लैब जैसी कई योजनाएँ चला रही है लेकिन जब शिक्षक ही गद्दे पर आराम करते मिलें और प्राचार्य गायब हों तो इन महत्वाकांक्षी योजनाओं का लाभ छात्रों तक कैसे पहुँचेगा। यह घटना शिक्षा के क्षेत्र में चल रही लापरवाही और उदासीनता पर गंभीर सवाल खड़े करती है।

इनका कहना है

जांच करवाई जाएगी और उस पर निश्चित तौर पर कार्यवाही होगी।

उमराव सिंह मरावी

सीईओ, जिला पंचायत पन्ना

Created On :   17 Jun 2025 1:54 PM IST

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