Panna News: पंजीयन कराने तीन-तीन दिन का इंतजार कर रहे हैं किसान, क्षेत्र में एक मात्र पंजीयन केंद्र होने से आ रही परेशानी

पंजीयन कराने तीन-तीन दिन का इंतजार कर रहे हैं किसान, क्षेत्र में एक मात्र पंजीयन केंद्र होने से आ रही परेशानी

Panna News: रैपुरा क्षेत्र के किसानों को इस बार खरीदी पंजीयन के लिए भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पहले जहां क्षेत्र में तीन पंजीयन केंद्र संचालित होते थे वहीं इस बार मात्र एक केंद्र होने से किसानों को घंटों लाइन में बैठना पड़ रहा है। मंगलवार दोपहर को ०2 बजे जब हम पंजीयन केंद्र पहुंचे तो किसानों ने बताया कि वह पिछले तीन तीन दिनों से लगातार केंद्र का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन रजिस्ट्रेशन की रफ्तार बहुत धीमी है। हमने वहां लगभग एक दर्जन से अधिक ग्रामों के किसान मिले जिन्होंने बताया कि हर वर्ष तीन से चार पंजीयन केंद्र हुआ करते थे परंतु इस वर्ष सिर्फ एक खरीदी केंद्र होने से पूरे क्षेत्र के किसान रैपुरा स्थित इसी पंजीयन केन्द्र पहुंचे हैं जहां पंजीयन कराने वाले किसानों की भारी भीड होती है। किसानों को तीन से चार दिनों तक अपनी बारी का इंतजार करना पडता है फिर भी पंजीयन नहीं करा पा रहे हैं।

किसानों ने कहा इस बार केवल एक पंजीयन केन्द्र ऐसा क्यों

वहीं इस समस्या पर किसानों ने कहा कि जब क्षेत्र में पिछले वर्षों से तीन पंजीयन केन्द्र हुआ करते थे जिससे काम सुचारू रूप से चलता था और पंजीयन में भी किसी तरह की समस्या नहीं होती थी लेकिन इस बार केवल एक पंजीयन केन्द्र बनाया गया है जो किसानों की संख्या के हिसाब से बिल्कुल अपर्याप्त है। हम लोग सुबह से ही लाईन में लग जाते हैं बावजूद इसके घण्टों बाद तक हमारा पंजीयन कराने का नंबर नहीं आता है और हमें वापिस लौटना पडता है। एक किसान ने सवाल उठते हुए कहा कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधि मूकदर्शक बनकर देख रहे हैं लेकिन किसानों की मदद के लिए कोई आगे नहीं आ रहा। किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द अतिरिक्त पंजीयन केंद्र शुरू किए जाएं जिससे किसानों को धूप में घंटों लाइन में बैठने से राहत मिल सके।

पंजीयन कार्य की नहीं हो रही मॉनीटरिंग

किसानों ने बताया कि हम सुबह ०9 बजे से बैठे हैं और रजिस्ट्रेशन करने वाला समिति का ऑपरेटर दोपहर बारह बजे सेंटर पहुंचता है। कल शाम सात बजे सेंटर बंद हो गया था। दिन में मात्र सात घंटे रजिस्ट्रेशन होता है किसान दस से बारह घंटे बैठ कर इंतजार करते हैं। वहीं पंजीयन कार्य की इस धीमी गति पर जब पंजीयनकर्ता से बात की गई तो बताया गया कि बेवसाइट धीमी गति से चल रही है। इस वजह से पंजीयन नहीं हो रहे हैं जबकि किसानों ने आरोप लगाते हुए बताया कि पहले कुछ किसानों से पंजीयन के एवज में रूपए भी लिये जा रहे थे परंतु यह जानकारी बाहर आने पर व तहसीलदार के हस्तक्षेप के बाद रूपए लेना बंद किये गये।

हर वर्ष पंजीयन केन्द्र पर्याप्त होते थे तो इतनी परेशानी नहीं होती थी इस बार पता नहीं किसका निर्णय है जो इतने सारे किसानों के लिए सिर्फ एक केन्द्र खोला है।

गणेश पाल, मनगवां

दो दिन से आ रहे हैं परंतु इतनी भीड होती है कि कुछ किसानों के ही पंजीयन हो पा रहे हैं शेष अधिकतर को खाली हांथ लौटना पड रहा है।

महेश विश्वकर्मा, किसान हरदुआ

कई दिनों से पंजीयन के लिए भटक रहे हैं पहले बघवार में होता था तो करा लेते थे अब पैसा लगाकर किसानी छोडकर आना पडता है फिर भी पंजीयन नहीं हो पा रहा है।

ज्ञानी चौधरी, किसान गंज

तीन दिन से लगातर आ रहे है पर पंजीयन का नंबर नहीं आ पा रहा है।

सौमी यादव, किसान सलैया सिमारी

इनका कहना है

पंजीयन केन्द्र बढाने के लिए प्रक्रिया चल रही है मैं बात करता हूं ताक जल्द एक और केन्द्र चालू कराया जा सके।

रामनिवास चौधरी, एसडीएम शाहनगर

Created On :   8 Oct 2025 12:59 PM IST

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