Satna News: ट्रेन की चपेट में आने से 8 माह की टाइग्रेस की मौत

ट्रेन की चपेट में आने से 8 माह की टाइग्रेस की मौत
  • सुबह 10 बजे गंभीर रूप से घायल टाइग्रेस को मुकुंदपुर स्थित जू सेंटर ले जाया गया।
  • कूल्हे के अलावा सिर पर गंभीर चोट के कारण बाघिन कोमा में थी।

Satna News: दानापुर-पुणे ट्रेन की चपेट में आने से रविवार की सुबह 8 माह की एक टाइग्रेस गंभीर रूप से घायल हो गई। तकरीबन 6 घंटे तक चले उपचार के दौरान उसकी मुकुंदपुर स्थित जू सेंटर में मौत हो गई। डीएफओ मयंक चांदीवाल ने बताया कि व्हाइट टाइगर सफारी परिसर में उसका विधिवत अंतिम संस्कार किया गया।

मुंबई-हावड़ा मुख्य रेल मार्ग के मझगवां-चितहरा रेल खंड पर हजारा पुल के पास हुई 9 साल में हुई यह ऐसी दूसरी घटना है। इससे पहले दिसंबर 2016 में 3 वर्ष के एक पूर्ण वयस्क मेल टाइगर की महाकौशल एक्सप्रेस की चपेट में आने से मौत हो गई थी। वर्ष 2019 में यहीं पर एक तेंदुआ भी कट गया था।

बाघिन के साथ 2 और शावकों के पद चिन्ह मिले

मझगवां के रेंजर रंजन सिंह परिहार ने बताया कि ट्रेन ट्रैक के पास से एक बाघिन के अलावा अलावा 2 और शावकों के पग मार्क मिले हैं। माना जा रहा है कि बाघिन अपने 3 शावकों के साथ हजारा पुल के पास रेल लाइन पार कर रही थी। इसी बीच रविवार को सुबह 7 बजे 8 माह की एक मादा शावक दानापुर-पुणे ट्रेन की चपेट में आ गई।

मझगवां के स्टेशन मास्टर ओमप्रकाश ने घटना की जानकारी वन विभाग को दी। सुबह 10 बजे गंभीर रूप से घायल टाइग्रेस को मुकुंदपुर स्थित जू सेंटर ले जाया गया। कूल्हे के अलावा सिर पर गंभीर चोट के कारण बाघिन कोमा में थी। डॉ. नितिन गुप्ता की निगरानी में लगभग 6 घंटे उपचार चला लेकिन सफलता नहीं मिली।

Created On :   7 July 2025 1:46 PM IST

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