Satna News: बिना मुआवजा रेल दोहरीकरण के लिए राजी नहीं हैं किसान

बिना मुआवजा रेल दोहरीकरण के लिए राजी नहीं हैं किसान
  • एक बार फिर भारी विरोध, पीछे हटी इंजीनियरिंग टीम
  • 35 किसानों को मुआवजा मिल चुका है, शेष राशि का भुगतान प्रक्रियाधीन है।

Satna News: रीवा-सतना रेल मार्ग के दोहरीकरण का काम शुरु कराने के लिए बुधवार को मौके पर पहुंची रेलवे की इंजीनियरिंग टीम को एक बार फिर से किसानों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। अंतत: टीम बैकफुट पर आ गई।

उल्लेखनीय है, मुआवजा नहीं मिलने के कारण प्रभावित किसानों को पिछले साल अगस्त में रेलवे की ऐसी ही कोशिश किसानों ने नाकाम कर दी थी। यह गतिरोध तुर्की से हिनौता-रामवन के बीच है।

11 वर्ष बाद भी 18 कि.मी. पर अधूरा है काम

जानकारों ने बताया कि 50 किलोमीटर लंबे सतना-रीवा रेल खंड के दोहरीकरण के लिए वित्तीय वर्ष 2014–15 में 450 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई थी। इसके लिए किसानों से अधिग्रहित भूमि का मुआवजा वितरित नहीं होने के कारण अभी भी तुर्की से हिनौता के बीच लगभग 18 किलोमीटर पर ट्रेन की सिंगल ट्रैक है।

इस रेल खंड पर अर्थ वर्क तक नहीं हुआ है। बताया गया है कि मुआवजा मद में रेलवे ने जिला प्रशासन को 35 करोड़ रुपए की राशि सौंपी है। शासन से अनुमति मिलने के बाद वितरण की प्रक्रिया भी शुरु हो गई है। 35 किसानों को मुआवजा मिल चुका है, शेष राशि का भुगतान प्रक्रियाधीन है।

शामिल हैं 7 गांवों के 750 किसान:---

तुर्की और हिनौता रामवन के बीच 7 गांवों ऐसे हैं, जहां की निजी जमीनों पर रेल लाइन बिछानी है। भू- अधिग्रहण से जो गांव प्रभावित हैं, उसमें तुर्की से बगहाई के बीच बगहाई कोठार गांव हैं। इसके अलावा बगहाई से हिनौता रामवन के बीच मनकहरी, खारी, बम्हौरी,सतरी कोठार, सतरी कोठार, बकिया और हिनौता पैपखरा गांव है जो भू अधिग्रहण के दायरे में है।

बताया गया है कि तुर्की से हिनौता रामवन के बीच 750 किसान प्रभावित हैं। इसमें बगहाई के पहले के 163 किसान शामिल हैं।

Created On :   1 Aug 2025 1:20 PM IST

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