Ballia Firing: पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया, बीजेपी नेता धीरेंद सिंह अब भी फरार, तलाश में जुटी पुलिस
डिजिटल डेस्क, बलिया। बलिया गालीकांड में 7 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसमें मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह का भाई देवेंद्र प्रताप सिंह भी है। धीरेंद्र सिंह बीजेपी नेता है और अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। उसे पकड़ने के लिए पुलिस की टीम जगह-जगह पर छापेमारी कर रही है। उधर धीरेंद्र प्रताप सिंह के घर पर जमकर तोड़फोड़ हुई। पुलिस के जवानों ने आरोपी के घर की खिड़कियां और फर्निचर तोड़ डाला। घर के बाहर खड़ी बाइक और कार को भी पुलिस के गुस्से का शिकार होना पड़ा मुख्य आरोपी के घर की महिलाओं को थाने में बैठाया है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के बलिया में गुरुवार को एसडीएम और पुलिस अधिकारियों के सामने एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। सरकारी दुकान को लेकर हुए विवाद में ये हत्या हुई है। हत्या का आरोप भाजपा विधायक के करीबी धीरेंद्र सिंह पर लगा है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लेते हुए घटनास्थल पर मौजूद एसडीएम, सीओ सहित सभी पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। साथ ही आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई और वहां मौजूद अफसरों के भूमिका की जांच के निर्देश दिए हैं। इलाके में तनाव को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।
पुलिस के मुताबिक, ग्राम सभा दुर्जनपुर व हनुमानगंज की कोटे की दो दुकानों को लेकर पंचायत भवन पर बैठक बुलाई गई थी। एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ बैरिया चंद्रकेश सिंह, बीडीओ बैरिया गजेंद्र प्रताप सिंह के साथ ही रेवती थाने की पुलिस फोर्स मौजूद थी। दुकानों के लिये 4 स्वयं सहायता समूहों ने आवेदन किया था। दुर्जनपुर की दुकान के लिए दो समूहों के बीच मतदान कराने का निर्णय लिया गया। अधिकारियों ने कहा कि वोटिंग वही करेगा, जिसके पास आधार या कोई दूसरा पहचान पत्र होगा। एक पक्ष के पास कोई आईडी प्रूफ नहीं था। इसको लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया।
विवाद के दौरान लाठी-डंडे और ईंट-पत्थर चलने लगे। इस दौरान भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह के करीबी धीरेंद्र बैरिया ने जयप्रकाश नाम के एक शख्स के सीने में 4 गोलियां मार दीं। जयप्रकाश को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा पहुंचाया गया, जहां इलाज के दौरान चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। जय प्रकाश दुर्जनपुर पुरानी बस्ती के रहने वाले थे। इस घटना में नरेंद्र सिंह (45), आराधना सिंह (45), आशा सिंह (40), राजेंद्र सिंह ( 45), अजय सिंह ( 50) और धर्मेंद्र सिंह (40) गंभीर रूप से घायल हैं। इस मामले में 8 नामजद और 25 अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
Created On :   16 Oct 2020 12:10 PM IST