बुजुर्ग महिला की गोली मारकर हत्या करने वाले दस महीने बाद गिरफ्तार

Man who shot dead elderly woman arrested after ten months
बुजुर्ग महिला की गोली मारकर हत्या करने वाले दस महीने बाद गिरफ्तार
हत्या बुजुर्ग महिला की गोली मारकर हत्या करने वाले दस महीने बाद गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चार्ल्स शोभराज से प्रेरित होकर एक बुजुर्ग महिला की गोली मारकर हत्या करने वाले विकलांग व्यक्ति सहित दो लोगों को घटना के दस महीने बाद गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों की पहचान मोहम्मद शाकिर अली और मोहम्मद फैज के रूप में हुई है। डीसीपी सागर कलसी ने कहा कि मार्च 2022 में अली और फैज ने सुशीलवती की हत्या करके उसके शव को बुलंदशहर में फेंक दिया था। उन्हें महिला की संपत्ति के मूल दस्तावेज मिल गए थे और वे इसे बेचने की योजना बना रहे थे।

शाकिर अली विकलांग है और उसने महिलाओं की सहानुभूति हासिल करने के लिए अपनी विकलांगता का इस्तेमाल किया। वह महिलाओं से परिचित होने के लिए हिंदू नामों और पहचान पत्रों का भी इस्तेमाल करता था। अधिकारी ने कहा कि दोनों आरोपियों को एक गुप्त सूचना के आधार पर कमला नेहरू पार्क इलाके से गिरफ्तार किया गया। इनके कब्जे से दो पिस्टल और जिंदा कारतूस भी बरामद किया गए हैं।

पूछताछ के दौरान शाकिर अली ने खुलासा किया कि वह दर्जी और प्रापर्टी ब्रोकर का काम करता था। उन्होंने चार्ल्स शोभराज पर बनी एक फिल्म देखी और उनसे प्रेरित होकर वे अपने फायदे के लिए महिलाओं का इस्तेमाल कर रहे थे। वह दिल्ली के लक्ष्मी नगर में एक वेश्या के संपर्क में भी था और उसके दलाल के रूप में काम करता था। वह अपनी नकली हिंदू पहचान का उपयोग करके 2-3 और महिलाओं के संपर्क में आया और उन्हें अपने वित्तीय लाभ के लिए इस्तेमाल करना शुरू कर दिया।

अधिकारी ने कहा कि इन सभी महिलाओं के ठिकाने का पता लगाया जाना बाकी है। मोहम्मद शाकिर ने अपनी असली पहचान छिपाई और खुद को राजेश के रूप में पेश किया। इसके लिए उसने एसडीएम कार्यालय से राजेश के नाम से फर्जी वोटर आईडी कार्ड, उसी नाम से पैन कार्ड बनवाया और बैंक खाता खुलवाया।

अधिकारी ने कहा कि अली ने एक वकील की मिलीभगत से राजेश के नाम पर अदालत में कई आरोपियों के लिए झूठी जमानत भी दी। उसने ईएमआई पर एक मारुति बलेनो कार भी खरीदी, लेकिन ईएमआई नहीं चुकाने के लिए उसने चोरी की झूठी प्राथमिकी दर्ज कराई। अधिकारी ने आगे कहा कि सुशीलवती डीएलएफ में अपना फ्लैट बेचना चाहती थी। अली से दोस्ती हो गई और वह उसके फ्लैट पर गया। उसने महिला से 25 लाख रुपये में फ्लैट खरीदा।

पुलिस ने कहा कि आरोपी ने पूरी राशि का भुगतान किए बिना फ्लैट पर कब्जा कर लिया। बाद में अली को उसकी अन्य संपत्तियों के बारे में पता चला और उसने उसे हड़पने के लिए उसे मारने का फैसला किया। उन्होंने पीड़िता की गोली मारकर हत्या कर दी और उसके शव को बुलंदशहर में फेंक दिया। दिल्ली पुलिस ने बुलंदशहर पुलिस से संपर्क किया जिसने पुष्टि शव की सुशीलवती के रूप में हुई थी। उस दौरान पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया था। पुलिस मामले में आगे की जांच कर रही है।

सोर्सः आईएएनएस

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Created On :   19 Jan 2023 7:30 PM IST

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