भौम प्रदोष व्रत: कब रखा जाएगा भौम प्रदोष व्रत, जानें पूजा की सामग्री और विधि

कब रखा जाएगा भौम प्रदोष व्रत, जानें पूजा की सामग्री और विधि
12 सितंबर को रखा जाएगा भौम प्रदोष व्रत

डिजिटल डेस्क, भोपाल। प्रत्येक माह में दो बार प्रदोष व्रत आता है यानि कि साल भर में कुल 24 व्रत आते हैं। प्रदोष व्रत को दिन के हिसाब से अलग- अलग नामों से जाना जाता है। जैसे सोमवार को आने वाले प्रदोष को सोम प्रदोष कहा जाता है। हालांकि, मंगलवार को आने वाले प्रदोष व्रत को भौम प्रदोष नाम से जाना जाता है। भौम प्रदोष व्रत सभी प्रदोष व्रत में खास माना जाता है। माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव के साथ हनुमान जी की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।

ज्योतिषाचार्य के अनुसार, जिस व्यक्ति की कुंडली में मंगल दोष है उसे इस व्रत का पालन जरूर करना चाहिए। वहीं धार्मिक ग्रंथों के अनुसार जो व्यक्ति मासिक शिवरात्रि का व्रत रखता है और विधि विधान से भगवान शिव की पूजा करता है उसकी हर इच्छा पूरी हो जाती है। आइए जानते हैं पूजा की विधि और मुहूर्त...

मुहूर्त

तिथि आरंभ: 11 सितंबर 2023, सोमवार रात 11 बजकर 52 मिनट से

तिथि समापन: 13 सितंबर 2023, बुधवार 02 बजकर 21 मिनट तक

प्रदोष व्रत सामग्री

प्रदोष व्रत पर भगवान की पूजा के लिए सफेद पुष्प, सफेद मिठाइयां, सफेद चंदन, सफेद वस्त्र, जनेउ, जल से भरा हुआ कलश, धूप, दीप, घी,कपूर, बेल-पत्र, अक्षत, गुलाल, मदार के फूल, धतुरा, भांग, हवन सामग्री आदि, आम की लकड़ी की आवश्यकता होती है।

व्रत विधि

बुध प्रदोष व्रत के दिन व्रती को प्रात:काल उठकर नित्य क्रम से निवृत हो स्नान कर शिव जी का पूजन करना चाहिए। पूरे दिन मन ही मन “ॐ नम: शिवाय ” का जप करें। पूरे दिन निराहार रहें। त्रयोदशी के दिन प्रदोष काल में यानी सुर्यास्त से तीन घड़ी पूर्व, शिव जी का पूजन करना चाहिए। प्रदोष व्रत की पूजा संध्या काल 4:30 बजे से लेकर संध्या 7:00 बजे के बीच की जाती है।

संध्या काल में पुन: स्नान कर स्वच्छ श्वेत वस्त्र धारण कर लें। पूजा स्थल अथवा पूजा गृह को शुद्ध कर लें। यदि व्रती चाहे तो शिव मंदिर में भी जा कर पूजा कर सकते हैं। पांच रंगों से रंगोली बनाकर मंडप तैयार करें। पूजन की सभी सामग्री एकत्रित कर लें। कलश अथवा लोटे में शुद्ध जल भर लें। कुश के आसन पर बैठ कर शिव जी की पूजा विधि-विधान से करें। “ऊँ नम: शिवाय ” कहते हुए शिव जी को जल अर्पित करें।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

Created On :   9 Sep 2023 11:59 AM GMT

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