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दैनिक भास्कर हिंदी: संकटा चतुर्थी : केले के पत्ते पर करें ये आसान उपाय, कर्ज से मिलेगा छुटकारा

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मंगलवार को जब चतुर्थी पड़ती है तो उसे अंगारकी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। यह दिन गणपति बप्पा को प्रसन्न करने और सभी संकटों से मुक्ति पाने का दिन भी माना जाता है। चतुर्थी के दिन व्रतधारी को चंद्र दर्शन के बाद ही व्रत खोलना चाहिए। यह भी कहा जाता है कि इस दिन व्रत करने से सालभर की चतुर्थी का पुण्य एक साथ प्राप्त हो जाता है। मान्यता है कि इस दिन जो भी व्यक्ति पूरी श्रद्धा और विधि-विधान से पूजन करता है उसे कर्ज से छुटकारा मिलता है। यहां हम आपको कुछ ऐसे ही उपाय बताने जा रहे हैं जो आपको बिजनेस, बैंक मकान, गाड़ी आदि के कर्जों से छुटकारा दिलाएंगे...
-केले के पत्ते पर रोली से त्रिकोण बनाएं। अब उस त्रिकोण के आगे एक दीपक जलाएं। अब इसके बीच में मसूर की दाल और सात खड़ी मिर्च रखें। तत्पश्चात 108 बार गणपति बप्पा के मंत्र या उनके नामों का स्मरण करें।
-इसके बाद केले के पत्ते पर पहले जैसा त्रिकोण बनाएं। इसके बाद उसके आगे नीम की 27 पत्तियां रख लें। यहां सिर्फ पत्तियां हों उसकी डालियां नहीं, इसके बाद केले के पत्ते के आगे एक दीपक जलाएं और बप्पा के नामों का स्मरण करते हुए यह मंत्र अग्ने सख्यं वृणीमहे का जाप करें।
-अब एक बार फिर केले के पत्ते पर सिंदूर और चमेली के तेल से त्रिकोण बना लें। इसके बाद वही चमेली के तेल की शीशी और सिंदूर उसके बीच में रख दें। अब हाथ जोड़कर बप्पा के नामों का स्मरण या मंत्र का जाप करें। इस दौरान ओम गम गणपतेय नमः अवश्य बोलें।
-कर्ज से मुक्ति के लिए जरूरी है कि गणपति बप्पा के 108 नामों का जाप करें। उन्हें प्रसन्न करने के लिए गुलडान का फूल चढ़ाएं और गणेश मंत्र का जाप करें। इस विधि को प्रतिदिन विशेष रूप से बुधवार के दिन कर गणपति बप्पा का आशीर्वाद प्रदान किया जा सकता है। 8 बजकर 23 मिनट इस बार चंद्राेदय का समय बताया गया है।
भोपाल: सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों की बुलेट यात्रा का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में हुआ आगमन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।
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