जानिए इस व्रत का महत्व और पूजा विधि

Masik Durgashtami 2022: Know importance and worship method
जानिए इस व्रत का महत्व और पूजा विधि
मासिक दुर्गाष्टमी 2022 जानिए इस व्रत का महत्व और पूजा विधि

डिजिटल डेस्क नई दिल्ली। दुर्गा पूजा का हिन्दू धर्म में खासा महत्व है और इनमें भी दुर्गाष्टमी पर विशेष पूजा की जाती है। वैसे तो दुर्गाष्टमी की पूजा चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि में की जाती है, जिसके बारे में सभी जानते हैं। लेकिन इसके अलावा भी प्रतिमाह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि दुर्गा पूजा के उत्तम मानी गई है। प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को दुर्गा अष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। पौष मास में इस बार यह पूजा 10 जनवरी, सोमवार यानी कि आज है। 

इस दिन को शक्ति पूजा के लिए विशेष माना गया है। यह दिन भी मां शक्ति की पूजाए व्रत उपवास के लिए श्रेष्ठ माना गया है। मान्यता है कि हर माह की अष्टमी तिथि पर पूजा-अर्चना करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों की हर संकट से रक्षा करती हैं। आइए जानते हैं मासिक दुर्गाष्टमी का महत्व और पूजन विधि के बारे में।

साप्ताहिक राशिफल:  10 जनवरी से 16 जनवरी 2022 तक

शुभ मुहूर्त
तिथि आरंभ: 09 जनवरी, शनिवार सुबह 11 बजकर 08 मिनट से
तिथि समापन: 10 जनवरी, सोमवार दोपहर 12 बजकर 24 मिनट तक 

पूजन सामग्री
रोली , दीपक, रुई , घी, लौंग, कपूर, इलायची, सूखी धूप, मौली, नारियल, अक्षत, पान, पूजा की सुपारी, फूल,फल, मिष्ठान, लाल चुनरी, श्रृंगार का सामान आदि।

पूजन विधि
स्नानादि के बाद पूजाघर को साफ करें और गंगाजल का छिड़ाकाव करें।
एक साफ लकड़ी की चौकी पर लाल आसन बिछाकर उस पर मां दुर्गा की तस्वीर या प्रतिमा स्थापित करें।
इसके बाद मां दुर्गा को लाल चुनरी चढ़ाएं और श्रृंगार का सामान चढ़ाएं।
अब मां दुर्गा के समक्ष धूप दीप प्रज्वलित करें।
इसके बाद रोली या कुमकुम और अक्षत से तिलक करें।

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अब मौली, लाल पुष्प लौंग कपूर आदि से विधि पूर्वक पूजन करें।
मां दुर्गा को फल व मिष्ठान अर्पित करें।
पूजन के दौरान दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
पूजन पूर्ण होने के बाद मां दुर्गा की आरती करें। 

 

Created On :   10 Jan 2022 6:41 AM GMT

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