आज होगा चांद का दीदार, भारत में 3 अप्रैल को पहला रोजा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इस्लाम धर्म के सबसे पाक महीना कहे जाने वाले रमजान की शुरुआत 3 अप्रैल से होने जा रही है। भारत में आज (शनिवार), 2 अप्रैल को रमजान का चांद नजर आएगा। इसके बाद देशभर में रविवार, 3 अप्रैल को पहला रोजा रखा जाएगा। लखनऊ ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने इस बात की जानकारी दी है।
आपको बता दें कि रोजे रखना इस्लाम के पांच स्तंभ में से एक है। 30 दिनों तक चलने वाला यह पवित्र पर्व रमजान अल्लाह के इबादत का पर्व है। रमजान के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग पूरे तीस दिन इस चिलचिलाती धूप और गर्मी में रोजा रख हर रोज शाम को इफ्तार करेंगे।
रमजान में 6 बार नमाज
बता दें कि इस्लाम में हर मुसलमान को दिन में 5 बार नमाज पढ़ने का नियम है, लेकिन रमजान में 6 बार नमाज पढ़ी जाती है। छठी नमाज रात में होती है, इसे ही तरावीह कहा जाता है। रमजान में इस नमाज में हर दिन थोड़ा-थाेड़ा कर के पूरी कुरान पढ़ी जाती है। रमजान के इस महीने में मुस्लिमों के द्वारा फितरा और जकात अपनी हैसियत के मुताबिक देना होता है।
रोजे के दौरान ध्यान रखने वाली मुख्य बातें
- रमजानन का चांद दिखाई देने के बाद सुबह को सूरज निकलने से पहले सहरी खाकर रोजा रखा जाता है। जबकि सूर्य ढलने के बाद इफ्तार होता है। जो लोग रोजा रखते हैं वो सहरी और इफ्तार के बीच कुछ भी नहीं खा-पी सकते।
- रोजे का मुख्य नियम यह है कि रोजा रखने वाला मुसलमान सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त के दौरान कुछ भी न खाए। इनमें सहरी, रोजे का अहम हिस्सा है। सहरी का मतलब, सूरज निकलने से पहले ही उठकर रोजदार खाना-पीना करें। सूरज उगने के बाद रोजदार सहरी नहीं ले सकते।
- रोजे का मतलब सिर्फ उस अल्लाह के नाम पर भूखे-प्यासे रहना ही नहीं है। इस दौरान आंख, कान और जीभ का भी रोजा रखा जाता है। इसका मतलब यह कि न ही तो इस दौरान कुछ बुरा देखें, न बुरा सुनें और न ही बुरा बोलें।
- इस्लाम के अनुसार पांच बातें करने पर रोजा टूटा हुआ माना जाता है। इनमें बदनामी करना, लालच करना, पीठ पीछे बुराई करना, झूठ बोलना और झूठी कसम खाना शामिल है।
Created On :   2 April 2022 6:56 PM IST