जानें इस दिन का महत्व, बप्पा की पूजा का मुहूर्त और पूजा विधि

जानें इस दिन का महत्व, बप्पा की पूजा का मुहूर्त और पूजा विधि
जानें इस दिन का महत्व, बप्पा की पूजा का मुहूर्त और पूजा विधि
संकष्टी चतुर्थी जानें इस दिन का महत्व, बप्पा की पूजा का मुहूर्त और पूजा विधि

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रिद्धि-सिद्धि प्रदाता श्रीगणेशजी की पूजा के लिए वैसे तो बुधवार का दिन शुभ माना गया है। लेकिन ज्योतिषाचार्य के अनुसार, पूर्णिमा के बाद आने वाली कृष्णपक्ष की तिथि संकष्टी चतुर्थी को पूजा से प्रथम पूज्य गणेश जल्दी प्रसन्न होते हैं। मान्यता है कि किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले भगवान गणेश का स्मरण करने से सभी कार्य सफल होते हैं और उनका परिणाम सकारात्मक आता है। इस बार संकष्टी चतुर्थी 13 अक्टूबर 2022, गुरुवार को पड़ रही है। 

संकष्टी चतुर्थी का अर्थ है संकट को हरने वाली चतुर्थी होता है। इस व्रत से समस्त कष्ट दूर होते हैं और धर्म, अर्थ, मोक्ष, विद्या, धन व आरोग्य की प्राप्ति होती है। इस दिन विघ्नहर्ता गणेश जी का पूजन किया जाता है। आपको बता दें हर महीने दो दिन चतुर्थी तिथि पड़ती है। भविष्य पुराण में कहा गया है कि जब मन संकटों से घिरा हुआ लगे तब गणेश चतुर्थी का व्रत करें। आइए जानते हैं इस व्रत की पूजा विधि और मुहूर्त...

मुहूर्त
चतुर्थी तिथि प्रारम्भ: 13 अक्टूबर 2022, गुरुवार सुबह 01:59 से
चतुर्थी तिथि समाप्त: 14 अक्टूबर 2022, शुक्रवार सुबह 03:08 तक
संकष्टी चतुर्थी व्रत तिथि: 13 अक्टूबर 2022, गुरुवार

व्रत पूजन विधि 
इस दिन प्रात:काल उठकर स्नान कर गणेश जी के सामने दोनों हाथ जोड़कर मन, वचन, कर्म से इस व्रत का संकल्प करना चाहिए। संध्या काल में स्नान कर, स्वच्छ वस्त्र धारण कर विधिपूर्वक धूप, दीप, अक्षत, चंदन, सिंदूर, नैवेद्य से गणेशजी का पूजन करें। इस दिन गणेश जी को लाल फूल समर्पित करने के साथ अबीर, कंकू, गुलाल, हल्दी, मेंहदी, मौली चढ़ाएं। मोदक, लड्डू, पंचामृत और ऋतुफल का भोग लगाएं। 

इसके बाद गणपति अथर्वशीर्ष, श्रीगणपतिस्त्रोत या गणेशजी के वेदोक्त मंत्रों का पाठ करें। फिर वैशाख चतुर्थी की कथा सुने अथवा सुनाएं। गणपति की आरती करने के बाद अपने मन में मनोकामना पूर्ति के लिए ईश्वर से विनती करें। पूजन के बाद चंद्रमा का पूजन करें एवं जलार्घ्य अर्पित करें। 

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।


 

Created On :   10 Oct 2022 5:42 AM GMT

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