इस दिन किए गए दान से अक्षय फलों की प्राप्ति होती है। शनि को सीमा ग्रह भी कहा जाता है क्योंकि जहां से सूर्य का प्रभाव समाप्त होता है वहीं से शनि का प्रभाव आरम्भ हो जाता है। इस दिन किसी तीर्थ स्थल पर स्नान आदि करना भी उत्तम माना जाता है। जिन जातकों की कुण्डली में पितृ दोष, कालसर्प दोष और शनि का प्रकोप हो, जिनके घर में हर समय कलह कलेश हो, घर का कोई सदस्य असाध्य रोग से पीडि़त हो, जिनके बच्चों के विवाह आदि में बिना वजह देरी हो रही हो अथवा विवाह आदि में कोई विघ्न पड़ रहा हो, जो शनि प्रकोप एवं संतान से पीड़ित हो, जिनके व्यापार में घाटा पड़ रहा हो, उन्हें शनि अमावस पर शनि को प्रसन्न करके उनकी कृपा पाने के लिए शनि पूजन अवश्य करना चाहिए।
- कृषि कानूनों पर किसानों का 58वें दिन भी प्रदर्शन जारी है, ऐसे में किसानों ने गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर रैली निकालने की योजना बनाई है।
- नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 125वीं जयंती 23 जनवरी को पूरे देश में मनाई जाएगी।
- सेंसेक्स 250 अंकों से ज्यादा फिसला, निफ्टी 60 अंक नीचे
- नर्मदा नदी में गंदे पानी और मैला का मिलना चिंताजनक : केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री प्रह्लाद पटेल
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शनिश्चरी अमावस्या: 11 अगस्त को है साल की आखिरी शनि अमावस्या
डिजिटल डेस्क, भोपाल। श्रावण मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को हरियाली अमावस के नाम से भी जाना जाता है। इस बार ये तिथि 11 अगस्त को पड़ रही है। शनिवार को पड़ने की वजह से इसे शनि अमावस्या या शनिश्चरी अमावस्या कहा जाता है। इस अमावस्या का बहुत अधिक महत्व होता है। विशेषकर उन लोगों के लिए जिनके कुंडली में शनि की महादशा, अंर्तदशा चल रही हो या फिर साढ़े साती या ढैय्या चल रही है। यदि आपको शनि कोई कष्ट दे रहे हैं तो आप इस दिन उनकी पूजा-अर्चना कर उनकी कृपा पा सकते हैं।


इस दिन शनिदेव के प्रकोप से बचने के लिए और शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए कुछ उपाय किये जाते हैं। जिनके बारे में हम आपको बताएंगे।
- शनि अमावस्या के दिन उड़द दाल की खिचड़ी, तिल से बने पकवान का गरीबों को दान करें।

- काले रंग का श्वान (कुत्ता) इस दिन से पालें और उसकी सेवा करें।

- इस दिन शनि चालीसा का पाठ, शनि मंत्रों का जाप एवं हनुमान चालीसा का पाठ करें।

- इस दिन पीपल के पेड़ पर सात प्रकार का अनाज चढ़ाएं और सरसों के तेल का दीपक जलाएं।

- शनि यंत्र, शनि लॉकेट, काले घोड़े की नाल का छल्ला धारण करें।
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Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।