Shubh Yoga: दशमी तिथि और अश्लेषा नक्षत्र का बना शुभ संयोग, भगवान विष्णु की उपासना से मिलेगा त्रिगुणित फल

दशमी तिथि और अश्लेषा नक्षत्र का बना शुभ संयोग, भगवान विष्णु की उपासना से मिलेगा त्रिगुणित फल

डिजिलट डेस्क, भोपाल। हिन्दू पंचांग के अनुसार, अक्टूबर महीने में कई सारे व्रत और त्योहार के अलावा शुभ संयोग बन रहे हैं। ऐसे संयोग शुभ और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माने जाते हैं, जो आपको पूजा-पाठ, व्रत और दान जैसे कार्यों में विशेष फल प्रदान करते हैं। ज्योतिषाचार्य के अनुसार, 16 अक्टूबर 2025 का दिन भी कुछ इसी तरह से खास बन गया है। इस दिन दशमी तिथि और अश्लेषा नक्षत्र का शुभ संयोग बना है।

ऐसा कहा जाता है कि, इस शुभ संयोग में विधि पूर्वक ईश्वर आराधना करने और पूर्वजों का तर्पण करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। साथ ही पितरों की कृपा से सभी बाधाएं भी दूर होती हैं। आइए जानते हैं इस संयोग से जुड़ी अन्य जानकारी...

दशमी तिथि में शुभ संयोग

इस गुरुवार को कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि है, जो सुबह 10 बजकर 37 मिनट बजे तक रहेगी। इसके अलावा इसी दिन नक्षत्र अश्लेषा रहेगा, जो दोपहर 12 बजकर 44 मिनट बजे तक प्रभावी रहेगा। इससे एक शुभ योग भी बन रहा है, जो सुबह 2 बजकर 10 मिनट बजे तक रहेगा। इस शुभ संयोग में किसी भी धार्मिक कार्य, पूजा या दान का त्रिगुणित फल प्राप्त होता है।

अगर शुभ और अशुभ समय की बात करें तो दिन का सबसे शुभ मुहूर्त 11 बजकर 21 मिनट से दोपहर 12 बजकर 7 मिनट तक रहेगा। इस दौरान किए गए कार्य विशेष फलदायी होते हैं। वहीं राहुकाल दोपहर 1 बजकर 11 मिनट से लेकर 2 बजकर 37 मिनट तक रहेगा, जो कि किसी भी शुभ कार्य के लिए निषिद्ध समय माना जाता है।

भगवान विष्णु की उपासना करें

पंचांग के अनुसार, गुरुवार के दिन जब दशमी तिथि और अश्लेषा नक्षत्र का योग बनता है, तब यह दिन ईश्वर आराधना, दान, व्रत और ईश्वर भक्ति के लिए विशेष फलदायी हो जाता है। वहीं गुरुवार का दिन भगवान विष्णु की आराधना के लिए भी खास माना गया है। ऐसे में आप इस शुभ संयोग में श्री हरि की विधि विधान पूजा कर सकते हैं।

ऐसा कहा जाता है कि, विष्णु उपासना से मानसिक शांति, पारिवारिक सुख और आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त होता है। इस दिन 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जप करना विशेष फल प्रदान करता है। इस दिन आपको विष्णु सहस्रनाम का पाठ या बृहस्पति स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से जीवन की नकारात्मकता दूर होती है और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

Created On :   15 Oct 2025 7:36 PM IST

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