नवमी को 'सिद्धिदात्री', ऐसे करें पूजा मिलेंगी 8 सिद्धियां
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नवरात्रि की नवमी तिथि को मां सिद्धिदात्री का दिन होता है। ये मां दुर्गा की 9वीं शक्ति मानी जाती हैं। जो कि इस बार शुक्रवार 29 सितंबर को है। सच्चे मन से आराधना करने पर सिद्धिदात्री देवी अपने भक्तों को महाविद्याओं की अष्ट सिद्धियां प्रदान करती हैं।
देव, यक्ष, किन्नर,दानव, ऋषि-मुनि, साधक और गृहस्थ आश्रम में जीवनयापन करने वाले भक्त सिद्धिदात्री की पूजा करते हैं। 9 देवियों के सिद्धि और मोक्ष देने वाले स्वरूप को सिद्धिदात्री कहते हैं। इनका पूजन यश, बल और धन की प्राप्ति के लिए किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि सभी देवी-देवताओं को भी मां सिद्धिदात्री से ही सिद्धियों की प्राप्ति हुई है। जिनका उपयोग उन्होंने सृष्टि के कुशल संचालन में किया।
स्वरूप
देवी सिद्धिदात्री कमल पर विराजमान हैं। सिद्धिदात्री देवी सरस्वती का भी स्वरूप हैं, जो श्वेत वस्त्रालंकार से युक्त महाज्ञान और मधुर स्वर से अपने भक्तों को सम्मोहित करती हैं। उन्होंने अपने हाथों में कमल, शंख, गदा, सुदर्शन चक्र धारण किया हुआ है।
8 सिद्धियां
मार्कण्डेय पुराण के अनुसार अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व और वशित्व 8 सिद्धियां हैं, जो कठिन साधना के बाद मां भक्तों को प्रदान करती हैं।
ऐसे करें पूजा
मां सिद्धिदात्री का स्वरुप बहुत ही सौम्य और कोमल का है। एकाग्रता और सच्चे मन से प्रार्थना करने पर माता को जल्दी ही प्रसन्न किया जा सकता है। इस दिन भी आपको बाकी दिनों की तरह सर्वप्रथम कलश या घट की पूजा करना चाहिए। इसमें विराजमान सभी भगवानों को प्रणाम करें और उनका अाव्हान करें। इसके बाद धूप-दीप आदि करें और मां के दिव्य रुप को ध्यान में रखते हुए उनके मंत्रों का जाप करें। प्रसाद के रुप में हलवा और चने मां को अर्पण करें। इसके बाद कन्या पूजन करके कन्यांओं और ब्रह्माणों को भोजन कराएं।
मंत्र
सिद्धगंधर्वयक्षाद्यैरसुरैररमरैरपि।
सेव्यमाना सदा भूयात सिद्धिदा सिद्धिदायिनी।।
Created On :   28 Sep 2017 11:12 AM GMT