Masik Shivratri Vrat Paran: मासिक शिवरात्रि व्रत के बाद इस विधि से करें पारण, इन बातों का रखें विशेष ख्याल

मासिक शिवरात्रि व्रत के बाद इस विधि से करें पारण, इन बातों का रखें विशेष ख्याल
  • व्रत के पारण के समय, सात्विक भोजन करना चाहिए
  • पारण में मूली, बैंगन आदि का सेवन नहीं करना चाहिए
  • पारण के बाद ब्राह्मणों को दान-दक्षिणा देना चाहिए

डिजिटल डेस्क, भोपाल। हिंदू धर्म शास्त्रों में मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri) का काफी महत्व बताया गया है, जो कि हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है। यह दिन भगवान शिव को समर्पित है और इस दिन भोलेनाथ के साथ माता पार्वती की पूरे विधि विधान से पूजा की जाती है। वहीं व्रत के अगले दिन पारण किया जाता है। इसके लिए कई नियम बताए गए हैं। बता दें कि, आषाढ़ मास में यह व्रत 23 जून 2025, सोमवार के दिन है। आइए जानते हैं पारण की विधि और ध्यान रखे जाने योग्य बातें...

पारण विधि

- मासिक शिवरात्रि के व्रत का पारण करने के लिए सूर्योदय से पूर्व उठें।

- स्नानादि से निवृत्त होकर साफ वस्त्र धारण करें।

- इसके बाद शिव जी का जलाभिषेक करें।

- शिव पूजा करें और उन्हें बेलपत्र अर्पित करें।

- भगवान शिव के साथ माता पार्वती की पूजा करें।

- पारण के समय, "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करें।

- इसके बाद भगवान शिव को भोग लगाएं और आरती उतारें।

- अब आप प्रसाद ग्रहण करें।

- इसके बाद फलाहार से व्रत का समापन करें।

इन बातों का रखें ध्यान

- व्रत के पारण के समय, सात्विक भोजन करना चाहिए।

- पारण में मूली, बैंगन आदि का सेवन करने से बचें।

- पारण के बाद ब्राह्मणों को दान-दक्षिणा दें।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

Created On :   23 Jun 2025 6:30 PM IST

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