Masik Shivratri 2025: मासिक शिवरात्रि 23 या 24 जून को? जानें क्या है सही तिथि, पूजा विधि और मुहूर्त

मासिक शिवरात्रि 23 या 24 जून को?  जानें क्या है सही तिथि, पूजा विधि और मुहूर्त
  • चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि व्रत रखा जाता है
  • भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है
  • व्रत रखने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है

डिजिटल डेस्क, भोपाल। हिंदू पंचाग के अनुसार, हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri) के रूप में मनाया जाता है। इस दिन व्रत रखने के साथ ही भगवान शिव और माता पार्वती की पूरे विधि विधान से पूजा की जाती है। यह व्रत भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए खास माना गया है। ऐसा माना जाता है कि, जो व्यक्ति मासिक शिवरात्रि का व्रत विधि पूर्वक से रखता है, उसे भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। उसके जीवन में सुख-शांति बनी रहती है और संतान प्राप्ति होती है।

हालांकि, आषाढ़ मास की मासिक शिवरात्रि की तिथि को लेकर असमंजस बना हुआ है। चूंकि, सोमवार को प्रदोष व्रत है ऐसे में कुछ लोग 24 जून को चतुदर्शी ति​थि मान रहे हैं। ऐसे में आइए जानते हैं मासिक शिवरात्रि की सही तिथि, मुहूर्त और पूजा की विधि...

चतुदर्शी तिथि कब से कब तक

चतुर्दशी तिथि आरंभ: 23 जून 2025, सोमवार की रात 10 बजकर 09 मिनट

चतुर्दशी तिथि समापन: 24 जून 2025, मंगलवार की शाम 6 बजकर 59 मिनट पर

कब रखा जाएगा व्रत: ज्योतिषाचार्य के अनुसार, मासिक शिवरात्रि की पूजा रात को निशिता काल में की जाती है। ऐसे में मासिक शिवरात्रि व्रत 23 जून को रखा जाएगा।

पूजा विधि

- मासिक शिवरात्रि वाले दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नानादि से निवृत्त हों।

- इसके बाद किसी शिवालय जाकर अथवा अपने घर में भी शिवलिंग की विधि विधान से पूजा करें।

- भगवान शिव की पूजा में सबसे पहले शिवलिंग का अभिषेक करें।

- शिवलिंग का अभिषेक जल, दूध, दही, शुद्ध घी, शहद, शक्कर या चीनी, गंगाजल तथा गन्ने के रसे आदि से करें।

- अभिषेक के दौरान ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।

- अभिषेक करने के बाद शिवलिंग पर बेलपत्र, समीपत्र, कुशा तथा दुर्बा आदि चढ़ाएं।

- पूजा के दौरान गाय के घी का दीपक जलाएं।

- पूजा के अंत में शिव जी को भोग के रुप में भांग, धतूरा तथा श्री फल (नारियल) समर्पित करें।

- पूजा के दौरान ''ऊँ नम: शिवाय'' मंत्र का जप करें।

- इसके बाद भगवान शिव की आरती करें।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

Created On :   21 Jun 2025 4:18 PM IST

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