सफला एकादशी: इस व्रत को करने से मिलेगी हर कार्य में सफलता, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त

इस व्रत को करने से मिलेगी हर कार्य में सफलता, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त
  • इस व्रत से सभी एकादशी के बराबर फल मिलता है
  • पूजा के बाद ब्रह्माणों को दान देना की भी मान्यता है
  • एकादशी का व्रत कई पीढ़ियों का पाप दूर करता है

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिन्दू धर्म में पौष मास के कृष्‍ण पक्ष की एकादशी को सफला एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस वर्ष यह एकादशी 7 जनवरी रविवार को पड़ रही है। शास्त्रों में इस एकादशी की तिथि को बेहद शुभ और सर्वश्रेष्ठ तिथि माना गया है। ऐसा माना जाता है कि, इस दिन सच्चे मन और पूरी आस्था से व्रत कर भगवान विष्णु की पूजा की जाए तो समस्त पापोंं से मुक्ति मिलती है।

नाम के अनुरूप सफला एकादशी का व्रत रखने वाले व्रती को सभी कार्यो मेंं सफलता मिलती है। ऐसा कहा जाता है कि, यदि आपको किसी कार्य में बार बार असफलता ही हाथ लग रही है तब इस व्रत को रखना चाहिए। इस व्रत को करने से जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता और खुशी मिलती है। आइए जानते हैं इस एकादशी व्रत से जुड़ी खास बातें...

पूजा का मुहूर्त

तिथि का आरंभः 07 जनवरी 2024, रविवार देर रात 12 बजकर 41 मिनट से

तिथि समाप्तः 08 जनवरी 2024, सोमवार देर रात 12 बजकर 46 मिनट पर

महत्व

ब्रह्माण्ड पुराण के अनुसार, धर्मराज युधिष्ठिर और भगवान कृष्ण के बीच हुई बातचीत के दौरान सफला एकादशी का वर्णन किया गया था। शास्त्रों की मानें तो इस व्रत को रखने मात्र से 100 राजसूय यज्ञ और 1000 अश्वमेध यज्ञ के बराबर फल की प्राप्ति होती है। सफला एकादशी के दिन को जीवन के सभी दुखों को समाप्त करने वालरा बताया गया है। साथ ही इस व्रत को करने से संतुष्टि और आंतरिक शांति भी मिलती है।

पूजा विधि

- सूर्योदय से पूर्व उठकर स्ना​नादि से निवृत्त होकर व्रत का संकल्प लें।

- इसके बाद घर के मंदिर की सफाई करें।

- भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा करें।

- मस्तक पर सफेद चन्दन या गोपी चन्दन लगाकर श्री हरि का पूजन करें

- श्री हरि को पंचामृतए पुष्प और ऋतु फल अर्पित करें

- चाहें तो एक वेला उपवास रखकरए एक वेला पूर्ण सात्विक आहार ग्रहण करें

- शाम को आहार ग्रहण करने के पहले जल में दीपदान करें

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

Created On :   4 Jan 2024 12:35 PM GMT

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