ब्रिटेन में विदेशी छात्रों के आश्रितों के वीजा पर प्रतिबंध लागू

ब्रिटेन में विदेशी छात्रों के आश्रितों के वीजा पर प्रतिबंध लागू
लंदन, 2 जनवरी (आईएएनएस)। ब्रिटेन में नए साल में विदेशी छात्रों के आश्रितों के वीजा पर प्रतिबंध लागू कर दिया गया है। प्रतिबंध लागू होने के बाद इस महीने पाठ्यक्रम शुरू करने वाले अंतर्राष्ट्रीय छात्र अब अपने परिवार के सदस्यों को यहां नहीं ला पाएंगे।

लंदन, 2 जनवरी (आईएएनएस)। ब्रिटेन में नए साल में विदेशी छात्रों के आश्रितों के वीजा पर प्रतिबंध लागू कर दिया गया है। प्रतिबंध लागू होने के बाद इस महीने पाठ्यक्रम शुरू करने वाले अंतर्राष्ट्रीय छात्र अब अपने परिवार के सदस्यों को यहां नहीं ला पाएंगे।

विदेशी छात्रों के आश्रित की संख्या में लगभग आठ गुना वृद्धि के कारण ब्रिटेन सरकार ने पिछले साल मई में सरकारी योजनाओं के तहत "उच्च-मूल्य" डिग्री के लिए अध्ययन नहीं करने वालों पर प्रतिबंध की घोषणा की थी।

गृह कार्यालय ने मंगलवार को कहा कि इन बदलावों के कारण लोगों को ब्रिटेन में काम करने के लिए पिछले दरवाजे के रूप में छात्र वीजा का उपयोग करने से प्रतिबंधित कर दिया गया है और अनुमान है कि अब 140,000 कम लोग ब्रिटेन आएंगे।

गृह सचिव जेम्स क्लेवरली ने एक बयान में कहा, "कल, उस योजना का एक बड़ा हिस्सा प्रभाव में आया, जिससे विदेशी छात्रों द्वारा अपने परिवार के सदस्यों को यूके लाने की अनुचित प्रथा समाप्त हो गई। इससे हजारों की संख्या में प्रवासन में तेजी से कमी आएगी और 300,000 लोगों को रोकने की हमारी समग्र रणनीति में योगदान होगा।''

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (ओएनएस) का अनुमान है कि जून 2022 से जून 2023 तक शुद्ध प्रवासन 672,000 था।

सितंबर 2023 को समाप्त वर्ष में आश्रितों को 152,980 वीजा जारी किए गए, जो सितंबर 2019 को समाप्त वर्ष में 14,839 से 930 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि है।

छात्र आश्रित नियमों में बदलाव इस वर्ष लागू होने वाले उपायों के व्यापक पैकेज का हिस्सा हैं।

सरकार के अनुसार, यह ब्रिटेन में आने वाले प्रवासियों की उच्च संख्या को काफी हद तक कम करके स्थायी स्तर पर ला देगा और उन लोगों पर नकेल कसेगा जो ब्रिटेन की आव्रजन प्रणाली के लचीलेपन का फायदा उठाते हैं।

2020-21 के आंकड़ों के अनुसार, भारतीय ब्रिटेन के विश्‍वविद्यालयों में अध्ययन के लिए आने वाले अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के दूसरे सबसे बड़े समूह का प्रतिनिधित्व करते हैं - चीन के 99,965 के बाद 87,045 प्रथम वर्ष नामांकन के साथ।

विदेश मंत्रालय के अनुसार, 2022 में पढ़ाई के लिए यूके जाने वाले भारतीय छात्रों (आश्रितों को छोड़कर) की संख्या 1,39,539 थी।

शिक्षा विशेषज्ञों ने इस कदम पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि अगर अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को ब्रिटेन आने से हतोत्साहित किया जाएगा तो वे प्रतिस्पर्धी देशों में चले जाएंगे।

गृह कार्यालय ने कहा, "सरकार अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा रणनीति के प्रति प्रतिबद्ध है, जो उन महत्वपूर्ण लाभों को मान्यता देती है जो अंतर्राष्ट्रीय छात्र ब्रिटेन में लाते हैं, जिसमें उनका आर्थिक योगदान भी शामिल है।"

"इसका मतलब यह सुनिश्चित करने के साथ प्रवासन के समग्र स्तर को कम करने की प्रतिबद्धता को संतुलित करना है कि यूके आने वाले लोग अत्यधिक कुशल हैं और हमारी अर्थव्यवस्था को सबसे अधिक लाभ प्रदान करते हैं।"

सरकार ने कहा कि वह विश्‍वविद्यालयों के साथ वैकल्पिक दृष्टिकोण तैयार करने के लिए काम करेगी, ताकि ब्रिटेन में प्रतिभाशाली और सर्वश्रेष्ठ लोगों को आकर्षित करना जारी रखा जा सके।

--आईएएनएस

एसजीके

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   2 Jan 2024 11:38 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story