आईसेक्ट द्वारा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में पॉश एक्ट और मेंटल हेल्थ विषय पर वर्कशॉप

The computer was plugged in after AISECT converted into Rabindranath
आईसेक्ट द्वारा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में पॉश एक्ट और मेंटल हेल्थ विषय पर वर्कशॉप
सराहनीय कदम आईसेक्ट द्वारा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में पॉश एक्ट और मेंटल हेल्थ विषय पर वर्कशॉप

डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के वोमेन डेवेलपमेंट सेल, लीगल एड क्लिनिक, आईक्यूएसी, नर्सिंग और विधि विभाग के संयुक्त तत्वावधान में यौन उत्पीड़न अधिनियम और मानसिक स्वास्थ्य विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता आईसेक्ट ग्रुप ऑफ यूनिवर्सिटीज की निदेशक डॉ. अदिति चतुर्वेदी ने की। कार्यशाला के प्रथम सत्र में सुश्री पलक जैन, सीनियर प्रोग्राम लीडर (लीगल) एमपी स्टेट ट्रांसफार्मेशन प्रोग्राम- एजुकेशन ने यौन उत्पीड़न अधिनियम और द्वितीय सत्र में श्री भास्कर इन्द्रकांति, मेंटल वेलनेस इंटरप्रेन्योर डायरेक्टर एण्ड को-फाउंडर ऑरेंज ओल ने मानसिक स्वास्थ्य विषय पर अपने विचार साझा किए।

इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य आईसेक्ट एवं आरएनटीयू के सभी फैकल्टी मेंबर्स और एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ को कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन शोषण जैसे संवेदनशील मुद्दे और मानसिक स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण विषय से अवगत कराना था।

प्रथम सत्र में यौन उत्पीड़न अधिनियम विषय में सुश्री पलक जैन ने संबोधित करते हुए बताया कि ये अधिनियम कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न को परिभाषित करता है और शिकायतों के निवारण के लिये एक तंत्र बनाता है। प्रत्येक नियोक्ता को कार्यालय या शाखा में 10 या अधिक कर्मचारियों के साथ एक आंतरिक शिकायत समिति का गठन करना आवश्यक है। वहीं द्वितीय सत्र में मानसिक स्वास्थ्य विषय पर श्री भास्कर इन्द्रकांति ने बताया कि स्वास्थ्य देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।

मानसिक स्वास्थ्य को परिभाषित करने में यह कहा जा सकता है कि इससे, एक व्यक्ति को अपनी क्षमताओं का पता चलता है, यह आत्मविश्वास आता कि वे जीवन के तनाव के साथ सामना कर सकते हैं, उत्पादकता काम और अपने या अपने समुदाय के लिए एक योगदान करने में सक्षम हो सकते हैं। 

इस कार्यशाला के निष्कर्ष पर प्रकाश डालते हुए आईसेक्ट ग्रुप ऑफ यूनिवर्सिटीज की डायरेक्टर डॉ. अदिति चतुर्वेदी जी ने अपने विचार व्यक्त किए और सभी वक्ताओं को धन्यवाद दिया। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ब्रह्म प्रकाश पेठिया ने भी वक्ताओं का स्वागत करते हुए उन्हें विश्वविद्यालय की गतिविधियों से अवगत कराया।

 

Created On :   20 Aug 2022 3:23 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story