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फैक्ट चेक: कीचड़ से लथपथ सड़क की तस्वीर उत्तर प्रदेश से जोड़ कर हो रही वायरल, जानें क्या है सच्चाई?

- कीचड़ से सनी सड़क की तस्वीर वायरल
- लोग कर रहे सालों पुरानी फोटो शेयर
- रिवर्स सर्च में सामने आई सच्चाई
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इस साल मानसून का कहर कई राज्यों में देखने को मिल रहा है। कहीं पर बादल फटने से लोग परेशान हैं तो कहीं बाढ़ ने तबाही मचा दी है। इस बीच सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें कीचड़ से लथपथ सड़क देखी जा सकती है। उसी सड़क पर दो बच्चों को स्कूल जाते नजर आ रहे हैं। यूजर्स इस तस्वीर को अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर शेयर कर दावा कर रहे हैं कि यह दृश्य उत्तर प्रदेश का है। आपको बता दें कि, यह दावा पूरी तरह फर्जी है। दरअसल, तस्वीर में नजर आ रही सड़क महाराष्ट्र के गढ़चिरौली की है।
क्या हो रहा है वायरल?
'Riazulla Khan' नामक फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट अपने अकाउंट पर शेयर कर लिखा, "स्कूल" जाने के रास्ते बना दो, हम "मंगल" पे जाने के रास्ते बना देंगे..!!! लेकिन उत्तर प्रदेश की सरकार देश की गरीब आबादी के बच्चों को ऐसे ही कठिन रास्तों पर भटकने के लिए मजबूर करने की योजना बना रही है। अगर पढ़ेगा पीडीए तो सवाल पूछेगा। बादशाह को ये मंजूर नहीं। धन्ना सेठ कोई तो क्षेत्र छोड़ दें अगर शिक्षा और स्वास्थ लाभ हानि की कसौटी पे कसे जाएंगे तो फिर लोकतंत्र कहां? संविधान कहां,कहां हमारे मौलिक अधिकार,कहां गया शिक्षा का अधिकार? कृषि क्षेत्र में धन्ना सेठ घुसे ,नदियों की जमीनें कंपनियां खरीद रही बैनामा सर्किल रेट से भुगतान 50 हजार रुपए एकड़ जनपद खीरी में ही चल रहा स्कैम।देश को लूटा पहले ईस्ट इंडिया कंपनी ने अब लूट रहे अडानी और अंबानी। आखिर कब तक चुप रहेंगे? चुप्पी तोड़िए आइए पूंजीवादी सरकारों को उखाड़ फेंकिए नहीं तो हमारी आने वाली पीढ़ियां फिर गुलामी की जिंदगी जीने को मजबूर कर दी जाएंगी।
क्या है वायरल पोस्ट के पीछे की सच्चाई?
आपको बता दें कि, हमारी वेबसाइट पर इसी घटना से जुड़ी खबर साल 2019 में पब्लिश की गई थी। जिसके मुताबिक, यह उत्तर प्रदेश नहीं बल्कि महाराष्ट्र की तस्वीर है। रिपोर्ट में लिखा है- देश का भविष्य समझे जाने वाले नौनिहालों को देश का भविष्य बनने के लिए कठिन परीक्षाएं देनी पड़ रही हैं। इसका ताजा उदाहरण अहेरी उपविभाग के जिला परिषद स्कूलों में पहुंच रहे नौनिहालों को देखकर लगाया जा सकता है। इस उपविभाग के अहेरी, सिरोंचा, भामरागढ़, एटापल्ली और मुलचेरा इन पांच तहसीलों के दुर्गम क्षेत्र के अनेक गांवों में स्थित स्कूलों तक पहुंचने के लिए पक्की सड़कें नहीं बनी है। ऐसे परिस्थिति में क्षेत्र के नौनिहाल गिरते, संभलते जैसे-तैसे स्कूल पहुंचने के लिए मजबूर हैं। भारी कीचड़ भरे रास्ते होकर बच्चों को स्कूल तक पहुंचना पड़ता है।
Created On :   11 July 2025 12:57 PM IST