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दैनिक भास्कर हिंदी: दिल्ली के सरकारी शिक्षक भयभीत, सुरक्षा कवच की रखी मांग

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- दिल्ली के सरकारी शिक्षक भयभीत, सुरक्षा कवच की रखी मांग
नई दिल्ली, 13 जून (आईएएनएस)। दिल्ली में कोरोनावायरस के लगातार बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली के सरकारी स्कूलों के शिक्षक खासा परेशान हैं। शिक्षकों की मांग है कि उन्हें बेहतर सुरक्षा के लिए पीपीई किट, मास्क और ग्लव्स मुहैया कराए जाएं। शिक्षकों ने सरकार से अनुरोध किया है कि वे उन्हें राहत कार्य के लिए नियुक्त करना बंद करें और स्कूल ड्यूटी में वापस जाने दें।
सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को लॉकडाउन में भूख राहत केंद्रों, शैल्टर होम्स, हॉटस्पॉट इलाकों, संगरोध केंद्रों के प्रभारी के रूप में रखा गया था। दिल्ली गवर्नमेंट स्कूल टीचर्स एसोसिएशन (जीएसटीए) के मुताबिक, अब तक 400 स्कूली शिक्षक कोरोनावायरस से संक्रमित हो चुके हैं।
गवर्नमेंट स्कूल टीचर्स एसोसिएशन दिल्ली के जनरल सेक्रेटरी, अजय वीर यादव ने बताया, पिछले दो महीनों में सरकारी स्कूलों के 400 शिक्षक कोरोना संक्रमण का शिकार बने हैं। सरकार को उनके परिवार के सदस्यों की मदद करनी होगी। हम भोजन और राशन वितरण केंद्रों पर काम करने वाले शिक्षकों के लिए सुरक्षा उपायों की मांग कर रहे है।
उन्होंने बताया, सूखा राशन बांटने के काम पर जब हमें लगाया गया तो, हम लोगों से सीधे संपर्क में आने लगे। वहां से शिक्षकों को संक्रमण होना शुरू हुआ।
यादव ने कहा, जब हमारी ड्यूटी डीएम और एसडीएम के अंडर लगी तो उन्होंने हम शिक्षकों का सम्मान बिल्कुल नहीं किया, जिसका हमें दुख है। उनके बुरे व्यवहार की वजह से हमारे सम्मान को ठेस पहुंची है। हमें गुरु माना जाता है। जब हमने उनसे पीपीई किट की मांग की तो हमें धमकी दे दी गई कि काम करना है करो, वरना डीडीएमए एक्ट के तहत कार्यवाही करके तुरन्त सस्पेंड कर देंगे।
शिक्षकों की मांग है की कोविड-19 ड्यूटी के दौरान मरने वाले सरकारी शिक्षकों के लिए एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए। मृतक के परिवार के एक सदस्य के लिए सरकारी नौकरी दी जाए। शिक्षकों की मांग है कि उन्हें पीपीटी किट, मास्क और ब्लॉक उपलब्ध कराए जाएं। दिल्ली में 1026 सरकारी स्कूल हैं और 45 हजार सरकारी शिक्षक हैं।
दिल्ली के एक सरकारी स्कूल के 57 वर्षीय प्रिंसिपल ओमपाल सिंह को सांस लेने में समस्या हो रही थी। जिसके बाद उन्हें पांच जून को जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन गुरुवार को उन्होंने दम तोड़ दिया। वहीं आठ जून को एक सरकारी स्कूल के इंग्लिश टीचर शिवाजी मिश्रा की भी कोरोना की वजह से मृत्यु हो गई। वह फूड डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर पर कार्यरत थे। दो जून से ही उनकी हालत बिगड़ने लगी थी। जिसके बाद उनके परिजनों ने उन्हें मंडोली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, और चार जून को आई रिपोर्ट में उन्हें संक्रमित पाया गया था। उसके बाद रविवार को उनकी भी मृत्यु हो गई।
रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय: वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का पहला मैच रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने 4 रनों से जीत लिया
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के स्पोर्ट ऑफिसर श्री सतीश अहिरवार ने बताया कि राजस्थान के सीकर में वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का आज पहला मैच आरएनटीयू ने 4 रनों से जीत लिया। आज आरएनटीयू विरुद्ध जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर के मध्य मुकाबला हुआ। आरएनटीयू ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। आरएनटीयू के बल्लेबाज अनुज ने 24 बॉल पर 20 रन, सागर ने 12 गेंद पर 17 रन और नवीन ने 17 गेंद पर 23 रन की मदद से 17 ओवर में 95 रन का लक्ष्य रखा। लक्ष्य का पीछा करने उतरी जीवाजी यूनिवर्सिटी की टीम निर्धारित 20 ओवर में 91 रन ही बना सकी। आरएनटीयू के गेंदबाज दीपक चौहान ने 4 ओवर में 14 रन देकर 3 विकेट, संजय मानिक ने 4 ओवर में 15 रन देकर 2 विकेट और विशाल ने 3 ओवर में 27 रन देकर 2 विकेट झटके। मैन ऑफ द मैच आरएनटीयू के दीपक चौहान को दिया गया। आरएनटीयू के टीम के कोच नितिन धवन और मैनेजर राहुल शिंदे की अगुवाई में टीम अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही है।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ब्रह्म प्रकाश पेठिया, कुलसचिव डॉ. विजय सिंह ने खिलाड़ियों को जीत की बधाई और अगले मैच की शुभकामनाएं दीं।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।
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