- Dainik Bhaskar Hindi
- Health
- Know health benefits of drinking water kept in copper vessels
दैनिक भास्कर हिंदी: तांबे के बर्तन में रखकर पानी पीने के कई फायदे, कैंसर से तक बचाता है

डिजिटल डेस्क। आपने कई लोगों को तांबे के बर्तन में रखा पानी पीते देखा होगा और लोगों को कहते भी सुना होगा कि तांबे के बर्तन में रखा पानी, स्वास्थ्य के लिहाज से फायदेमंद होता है। क्या आप जानते हैं, तांबे के बर्तन में रखे पानी का सच ? तांबे के बर्तन का पानी पीना शरीर को एक-दो नहीं बल्कि कई सारे फायदे पहुंचाता है। तांबा एक प्रकार का माइक्रोन्यूट्रिएंट है। यह शरीर में मिनरल्स और जरूरी न्यूट्रिशन की कमी को पूरा करता है। तांबे के बर्तन में पानी पीने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, डाइजेशन बेहतर होता है। साथ ही कैंसर जैसी घातक बीमारी से बचाव भी होता है। तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी पीने से शरीर को ठंडक भी मिलती है। आयुर्वेद के मुताबिक, तांबे के बर्तन में पानी रखने से पानी में मौजूद सभी प्रकार के बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं। इसके लिए रातभर तांबे के बर्तन में पानी भरकर रख दें। सुबह उठकर पी लें। ऐसा करने से शरीर में मौजूद टॉक्सिंस न्यूट्रलाइज हो जाते हैं।
ताबें के बर्तन में पानी पीने के अन्य फायदे
लंबे समय तक जवां बनाए रखता है
अगर आप अपने चेहरे पर पड़ रही झुर्रियों से परेशान हैं तो तांबे के बर्तन में पानी पीना शुरु कर दें। हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि तांबे में एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं, जो स्किन को जंवा बनाए रखने में मदद करते हैं। साथ ही इसमें झुर्रियों के लिए जिम्मेदार फ्री रेडिकल्स को नष्ट करने की क्षमता भी होती है।
दिल की बीमारी से करता है बचाव
आजकल अधिकतर लोग दिल की बीमारी से जूझ रहे हैं। ऐसे में तांबे के बर्तन में पानी पीना बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि तांबे के बर्तन में पानी पीने से दिल की बीमारी होने का खतरा काफी कम हो जाता है। अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के मुताबिक, तांबे के बर्तन में पानी पीने से ब्लड प्रेशर नॉर्मल रहता है साथ ही शरीर में बेड कोलेस्ट्रोल का स्तर भी कम होता है।
वजन कम करने में मददगार
तांबे के बर्तन में पानी पीकर नेचुरल तरीके से भी वजन कम किया जा सकता है।
कैंसर के खतरे को कम करता है
तेजी से बढ़ रही कैंसर की बीमारी का खतरा भी तांबे के बर्तन में पानी पीकर कम किया जा सकता है। जी हां, तांबे में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स गुण शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स के असर को न्यू्ट्रलाइज करते हैं, जो कैंसर का एक मुख्य कारण माना जाता है।
भोपाल: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में पांचवां वूमेन एक्सीलेंस अवॉर्ड
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के वूमेन डेवलपमेंट सेल द्वारा 5वां वूमेन एक्सिलेंस अवार्ड का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सुश्री अनुभा श्रीवास्तव (आईएएस), कमिश्नर, हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट विभाग, मध्य प्रदेश , विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ रूबी खान, डायरेक्टर, डायरेक्टोरेट आफ हेल्थ सर्विसेज, सुश्री रवीशा मर्चेंट, प्रिंसिपल डिजाइनर, ट्रीवेरा डिजाइंस, बट ब्रहम प्रकाश पेठिया कुलपति आरएनटीयू उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स, प्रो-चांसलर, आरएनटीयू एंड डायरेक्टर, आइसेक्ट ग्रुप आफ यूनिवर्सिटीज ने की।
इस अवसर पर सुश्री अनुभा श्रीवास्तव ने महिलाओं को अपनी बात रखने एवं निर्णय क्षमता को विकसित करने पर जोर दिया। महिलाओं को अपने व्यक्तिगत विकास की जिम्मेदारी लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर भी अपने विचार साझा किए। डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि हमारे जीवन में महिलाओं का एक अहं रोल होता है। चाहे वो रोल हमारी मां के रूप में हो या फिर बहन या पत्नी के रूप में। हमें हर रूप में महिला का साथ मिलता है। लेकिन ऐसा काफी कम होता है जब हम इन्हें इनके कार्य के लिए सम्मानित करते हैं। ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हमें यह अवसर देता है कि हम अपने जीवन की महिलाओं को उनके कार्यों और उनके रोल के लिए सम्मानित करें। इसी तारतम्य में आरएनटीयू पांचवां वूमेन एक्सीलेंस अवॉर्ड से इन्हें सम्मानित कर रहा है।
डॉ रूबी खान ने महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी एवं अपने स्वास्थ्य का ध्यान कैसे रखें इसकी जानकारी दी। वहीं सुश्री रवीशा मर्चेंट ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त रहने एवं किसी भी परिस्थिति पर हार ना मानना एवं परिवार और काम में संतुलन बनाए रखने के विषय में विस्तृत जानकारी दी। डॉ ब्रम्ह प्रकाश पेठिया ने देश की बढ़ती जीडीपी में महिलाओं का अहम योगदान माना। उन्होंने बताया कि जल थल एवं हवाई सीमा में भी विशेष योगदान महिलाएं दे रही हैं।
कार्यक्रम में रायसेन और भोपाल जिले की शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को वूमेन एक्सीलेंस अवार्ड से नवाजा गया। साथ ही पूर्व में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता महिलाओं को भी पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के अंत में डॉ संगीता जौहरी, प्रति-कुलपति, आरएनटीयू ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संयोजन एवं समन्वयन नर्सिंग एवं पैरामेडिकल विभाग की अधिष्ठाता एवं महिला विकास प्रकोष्ठ की अध्यक्ष डॉ मनीषा गुप्ता द्वारा किया गया। मंच का संचालन डॉ रुचि मिश्रा तिवारी ने किया।
खबरें और भी हैं...
दैनिक भास्कर हिंदी: शिर्डी में प्रचार के दौरान गडकरी को फिर आए चक्कर, शिवसेना प्रत्याशी का कर रहे थे प्रचार
दैनिक भास्कर हिंदी: क्या आप भी पीते हैं खाली पेट चाय तो हो जाएं सावधान
दैनिक भास्कर हिंदी: नारियल पानी के सेवन से करें अपनी कई समस्याओं का समाधान
दैनिक भास्कर हिंदी: 30 साल से हैं एड्स से पीड़ित, मौत दरवाजे पर और लोगों से पूछा "मैं आपकी क्या मदद कर सकता हूँ"