ईरान-इजराइल जंग: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड के बयान को किया खारिज, गबार्ड ने कहा मेरे बयान को तोड़ मरोड़ के पेश किया गया

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड के बयान को किया खारिज, गबार्ड ने कहा मेरे बयान को तोड़ मरोड़ के पेश किया गया
  • मैं राष्ट्रपति ट्रंप से सहमत: गबार्ड
  • ईरान परमाणु हथियारों पर काम नहीं कर रहा है-गबार्ड
  • ईरान ने परमाणु हथियार के लिए बड़ी मात्रा में सामग्री पहले ही इकट्ठा कर ली-ट्रंप

डिजिटल डेस्क, तेहरान। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड के बयान को उस बयान को खारिज कर दिया जिसमें गबार्ड ने अमेरिकी जासूसी एजेंसियों के हवाले से कहा था कि ईरान परमाणु हथियारों पर काम नहीं कर रहा है।

ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर ट्रंप ने कहा ईरान ने बहुत बड़ी तादाद में सामग्री पहले ही इकट्ठा कर ली है। ट्रंप ने बिजली उत्पादन जैसे नागरिक उद्देश्यों के लिए ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर शंका जाहिर करते हुए कहा कि आप दुनिया में सबसे बड़े तेल भंडारों के ढेरों पर बैठे हैं। उसे परमाणु कार्यक्रम की जरूरत क्यों है?

गबार्ड के इस बयान को ट्रंप ने खारिज करते हुए कहा कि ईरान के परमाणु हथियार न बनाने के बारे में गबार्ड की राय गलत थी। उन्होंने ये भी कहा कि युद्धविराम के लिए ईरान पर इजराइली हमलों को रोकना बहुत कठिन होगा। तुलसी गबार्ड ने कहा था कि अमेरिकी जासूसी एजेंसियों का मानना है कि ईरान परमाणु हथियारों पर काम नहीं कर रहा है।

राष्ट्रपति ट्रंप के बयान के बाद गबार्ड ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट में लिखा कि उनके बयान को गलत रूप से पेश किया गया। अमेरिका के पास खुफिया जानकारी है कि ईरान इस स्थिति में है कि अगर वे सभा को अंतिम रूप देने का फैसला करते हैं तो वे कुछ हफ्तों या महीनों के भीतर परमाणु हथियार बना सकते हैं। राष्ट्रपति ट्रंप ने साफ कर दिया है कि ऐसा नहीं हो सकता है और मैं इससे सहमत हूं।

ट्रंप ने कहा मेरा खुफिया विभाग गलत है। खुफिया विभाग में किसने ऐसा कहा? जब ट्रंप को बताया गया कि गबार्ड ने ऐसा कहा था तो वे बोले कि वह सही नहीं हैं। इजराइल और ईरान के बीच जारी संघर्ष पर ट्रंप ने संदेह जताते हुए कहा कि बातचीत से लड़ाई रुक सकती है। भले ही वे युद्ध विराम का समर्थन करते हों, लेकिन ईरान पर इजराइल के हमलों को रोकना बहुत मुश्किल हो सकता है। ईरान के इजराइली हमलों को रोकने में अमेरिका के हस्तक्षेप करने की अपील के बारे में ट्रंप ने कहा कि मुझे लगता है कि अभी यह अनुरोध करना बहुत कठिन है। हालांकि युद्ध के मामले में कौन अच्छा कर रहा है, कौन कमजोर प्रदर्शन कर रहा है, बस किसी को रोकना आसान नहीं है।

Created On :   21 Jun 2025 8:35 AM IST

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