तख्तापलट के बाद: बांग्लादेश में फरवरी 2026 में ही होंगे आम चुनाव,अंतरिम सरकार ने चुनाव को लेकर तैयारी तेज की

बांग्लादेश में फरवरी 2026 में ही होंगे आम चुनाव,अंतरिम सरकार ने चुनाव को लेकर तैयारी तेज की
  • पिछले साल अवामी लीग की गिर गई थी सरकार
  • जुलाई 2024 में जनविद्रोह के बाद शेख हसीना की अवामी लीग सरकार सत्ता से हुई थी बेदखल
  • मुहम्मद यूनुस ने फरवरी 2026 में चुनाव की घोषणा की

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश में फरवरी 2026 में ही आम चुनाव होंगे। मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार ने चुनाव को लेकर तैयारी तेज कर दी है। आपको बता दें बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने घोषणा की थी कि देश में फरवरी 2026 में आम चुनाव होंगे। यह घोषणा 5 अगस्त को शेख हसीना की अवामी लीग सरकार के सत्ता से बेदखल होने की पहली वर्षगांठ के अवसर पर की गई थी। हाल ही में एनसीपी का कहना है कि अगले साल फरवरी में चुनाव बिना महत्वपूर्ण सुधारों और अंतरिम सरकार द्वारा शुरू किए गए मुकदमों के पूरा होने के बिना होने की संभावना को खारिज कर दिया गया था। नेशनल सिटीजन पार्टी के नेताओं के बयान के बाद नजरुल का बयान सामने आया।

अंतरिम सरकार के कानून सलाहकार आसिफ नजरूल ने कहा कि सरकार फरवरी में आम चुनाव कराने की प्रतिबद्धता पर अडिग है। चुनाव कराना सरकार की जिम्मेदारी है। यूनुस सरकार चुनाव की सभी तैयारियों के साथ आगे बढ़ रही है। चुनाव फरवरी में होंगे और इस पर सरकार का रुख अटल है। नजरूल ने कहा कि राजनीतिक दलों द्वारा चुनाव के समय के बारे में बयान देना राजनीतिक प्रक्रिया का हिस्सा है। कई राजनीतिक दलों की ओर से अनाप --शनाप बयान दिए जा रहे है, इसे लेकर उन्होंने कहा बांग्लादेश में पारंपरिक रूप से राजनीतिक बयान दिए जाते रहे हैं और अब भी यही हो रहा है। विमर्श में कोई बड़ा गुणात्मक परिवर्तन नहीं आया है। इसलिए चुनाव के समय के बारे में जो कुछ भी कहा जाता है, उसे राजनीतिक प्रक्रिया के तौर पर देखा जाना चाहिए।

नजरुल ने कहा साफ साफ शब्दों में कहा चुनाव अगले साल 2026 के फरवरी माह में ही पूरे हो जाएंगे। उन्होंने आगे कहा मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस वैश्विक स्तर पर सम्मानित व्यक्ति हैं और उनकी प्रतिबद्धता से भटकने का कोई सवाल ही नहीं है, क्योंकि चुनाव घोषित कार्यक्रम के अनुसार तय समय में ही होंगे।

5 अगस्त 2024 को जुलाई 2024 में जनविद्रोह के बाद शेख हसीना की अवामी लीग सरकार सत्ता से बेदखल हुई थी। हसीना ने बांग्लादेश छोड़कर भारत में शरण ली। इसके बाद मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में बांग्लादेश में अंतरिम सरकार बनी। तब यूनुस सरकार ने लोकतांत्रिक माहौल बहाल करने का वादा किया था। पिछले कई महीनों से बांग्लादेश में राजनीतिक दल नए सिरे से आम चुनाव कराने की मांग कर रहे थे।

Created On :   20 Aug 2025 2:32 PM IST

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