IND-PAK तनाव: भारत के सामने घुटने टेकने के लिए कैसे मजबूर हुआ पाक? PM शहबाज शरीफ ने सीजफायर के लिए किसके आगे फैलाए हाथ

- भारत और पाक के बीच जारी तनाव
- भारत के सामने पाक ने टेके घुटने
- सीजफायर के लिए किसके आगे फैलाए?
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव जारी है। दोनों देशों के बीच शनिवार को सीजफायर होने के बाद पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया था। पाकिस्तान ने शनिवार रात भारत की ओर ड्रोन अटैक किया था। इसके बाद विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान से उल्लंघन को दूर करने के लिए उचित कदम उठाने, स्थिति से गंभीरता और जिम्मेदारी की साथ निपटने के लिए आह्वान किया था। इससे पहले भारत ने पाकिस्तान के हर हमले का करार जवाब दिया था।
भारत के हमलों से दहला पाक
इससे पहले भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के लाहौर स्थित एयर डिफेंस सिस्टम को ध्वस्त किया था। साथ ही पाकिस्तान के 3 एयरबेस और राडर सिस्टम को नेस्तनाबूत किया था। भारत के इन हमलों से पाकिस्तान घुटने पर आ गया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ माफी मांगने लगे और सीजफायर की अपील करने लगे।
हमले के दौरान भारत ने पाकिस्तान के मुरीद चकवाल एयरबेस, नूर खान एयरबेस (रावलपिंडी), रहीम यार खान एयरबेस और रफीकी एयरबेस (शोरकोट, पंजाब) को निशाना बनाया था। भारत के एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 ने पाकिस्तान के हमलों को सफलतापूर्वक नाकाम किया। इसके बाद पाकिस्तान काफी सहम गया था। शनिवार दोपहर 3.35 बजे पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत के डीजीएमओ को कॉल किया। इस दोनों देशों ने एक दूसरे पर हमले रोकने पर राजी हुए। इसके बाद 12मई को दोनों के डीजीएमओ फिर से बात करेंगे। बता दें , भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और POK में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर हमला कर उनके 100 आतंकियों को मार दिया।
पाक नेअमेरिका के सामने फैलाए हाथ
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार शाम को भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर होने की जानकारी दी थी। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर अपने ऑफिशियल अकाउंट से ट्वीट किया था। ट्रंप ने लिखा था कि अमेरिका की मध्यस्थता में एक लंबी रात तक चली बातचीत के बाद, मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं। हालांकि, भारत ने सीजफायर के लिए अपनी शर्त भी रखी, जिसको अमेरिका ने माना। इससे पहले भारत ने स्पष्ट किया था कि अगर सीमा पर किसी भी तरह का हमला होता है। तो उसे एक्ट ऑफ वॉर माना जाएगा।
भारत के हमलों के मद्देनजर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अमेरिका को फोन लगाया था। उन्होंने अमेरिका से सीजफायर की मांग की थी। इसके बाद अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को ने भारत को कॉल लगाकर सारी बात साझा करते हुए सीजफायर की सहमति मांगी थी।
वहीं, पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने यह स्वीकार किया कि भारत ने इन तीन एयरबेसों पर फाइटर जेट्स से एयर-टू-सर्फेस मिसाइलों से अटैक किया है। उन्होंने इसे आक्रामक कार्रवाई करार दिया, लेकिन उन्होंने नुकसान के स्तर को सार्वजनिक नहीं किया। हालांकि सूत्रों के अनुसार, रनवे, हैंगर और ड्रोन संचालन इकाइयों को भारी क्षति पहुंची है।
Created On :   11 May 2025 10:52 AM IST