सीजफायर पर विदेश मंत्री का बयान: ट्रंप के सीजफायर वाले बयान पर एस जयशंकर ने विदेशी धरती पर दिया बयान, बताया कैसे रुका भारत पाकिस्तान युद्ध

- कैसे हुआ भारत पाकिस्तान के बीच सीजफायर
- अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बयान को जयशंकर ने किया खारिज
- भारत पाकिस्ता को देगा मंहुतोड़ जवाब
डिजिटल डेस्क, वाशिंगटन। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि ये हमला कश्मीर की आर्थिक टूरिज्म को नुकसान पहुंचाने के लिए किया गया था। अगले दिन जब भारत ने पाकिस्तान में घुसकर उसका जवाब दिया। जिसके बाद अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की थी और उन्होंने बताया कि पाकिस्तान कुछ बड़ा करने की सोच रहा है। लेकिन हमने भी उन्हें (जेडी वेंस) कह दिया की हम उसकी किसी भी कार्रवाई से डरने वाले नही हैं और उसका मुंह तोड़ जवाब देने के लिए तैयार हैं। ये बात उन्होंने न्यूयॉर्क में न्यूजवीक (Newsweek) से बाचतीच के दौरान की है।
डर में सीजफायर नहीं हुआ
न्यूजवीक से बातचीत के दौरान विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान ने पहलगाम में हमला हमें डराने के लिए नहीं किया था बल्कि कश्मीर की कमाई को खत्म करने की लिहाज से किया था। इस चर्चा के दौरान उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान को भी खारिज किया हैं। जिसमें वह कहते रहते हैं कि भारत पाकिस्तान के बीच सीजफायर ट्रंप ने करवाया है।
जयशंकर ने आगे कहा कि जिस समय पीएम मोदी के पास अमेरिकी उपराष्ट्रपति का कॉल आया था। उस वक्त में वहीं उनके पास खड़ा था और ट्रेड डील का उन्होंने (जेडी वेंस) कोई जिक्र नहीं किया था। भारत हमेशा आतंकवाद के खिलाफ खड़ा रहेगा। कोई भी धमकी और दबाव से रूकने वाला नहीं है।
पाकिस्तान ने की सीजफायर की मांग
जयशंकर ने कहा कि 10 मई की सुबह अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से उनकी बातचीत हुई थी। रूबियो ने कहा था कि पाकिस्तान बातचीत करने को तैयार है। फिर उसी दिन दोपहर के समय पाकिस्तान के डीजीएमओ मेजर जनरल काशिफ अब्दुल्ला की बात भारत के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई से हुई। इस दौरान उन्होंने (काशिफ अब्दुल्ला) सीजफार की अपील की थी।
ट्रंप ने एक बार फिर किया सीजफायर का दावा
ट्रंप ने बीते बुधवार को द हेग (The Hague) में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैंने भारत-पाकिस्तान हमले को लेकर कई ट्रेड कॉल किए थे। जिसके कारण से यह विवाद रूक सका। उन्होंने आगे कहा कि आप (भारत-पाकिस्तान) ऐसे ही लड़ते रहेंगे तो मैं आपके साथ व्यापारिक डील नहीं कर पाउंगा। आपको अगर मैंरे साथ ट्रेड डील करनी है तो इस विवाद को यही रोकना पड़ेगा। उनके इस बयान पर जयशंकर ने कहा कि भारत ने कभी भी व्यापार को कूटनीति से नहीं जोड़ा हैं। उनकी इस दावे में कोई सच्चाई नहीं है।
Created On :   1 July 2025 3:31 PM IST