भारत का 79वें स्वतंत्रता दिवस: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्वतंत्रता दिवस की दी बधाई

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्वतंत्रता दिवस की दी बधाई
  • टैरिफ को लेकर भारत और अमेरिका के बीच बहस जारी
  • भारत ने सामाजिक-आर्थिक, वैज्ञानिक, तकनीकी समेत कई क्षेत्रों में उच्च सफलताएं हासिल की- पुतिन
  • हम भारत के साथ अपनी विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को अत्यधिक महत्व देते हैं- पुतिन

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आज शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी। पुतिन ने भारत को ऐसे वक्त में स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी, जब टैरिफ को लेकर भारत और अमेरिका के बीच बहस जारी है।

आपको बता दें आज ही के दिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच शुक्रवार को अलास्का में बैठक होने वाली है। ट्रंप और पुतिन के साथ होने वाली इस बैठक का मुख्य उद्देश्य रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करना है। और शांति स्थापित करना है।

पुतिन ने अपने बधाई संदेश में भारत की तारीफ करते हुए लिखा कि भारत ने सामाजिक-आर्थिक, वैज्ञानिक, तकनीकी समेत कई क्षेत्रों में उच्च सफलताएं हासिल की हैं। भारत का पूरी दुनिया में सम्मान है और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों को सुलझाने में वह अहम भूमिका निभाता है। पुतिन ने कहा आपके देश को वैश्विक मंच पर उचित सम्मान प्राप्त है और अंतर्राष्ट्रीय एजेंडे के तहत आने वाले प्रमुख मुद्दों के समाधान में भारत सक्रिय रूप से योगदान देता है।

रूसी राष्ट्रपति ने संदेश में साफ लिखा है कि हम भारत के साथ अपनी विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को अत्यधिक महत्व देते हैं। मुझे विश्वास है कि, हमारे संयुक्त प्रयासों के जरिए, हम कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाते रहेंगे। यह हमारे मित्रवत व्यवहार और दोनों देश के लोगों के हितों के साथ पूरी तरह से जुड़ा हुआ है। यह क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर दोनों देशों की सुरक्षा और स्थिरता को मजबूत करने में सहायक है।

पुतिन के अलावा अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी भारत को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी। अपने संदेश में रुबियो ने भविष्य में दोनों देशों के साथ मिलकर काम करने का जिक्र किया है। दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंध का जिक्र करते हुए मार्को रुबियो ने लिखा दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र और दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र के बीच ऐतिहासिक संबंध अत्यंत महत्वपूर्ण और दूरगामी हैं।

Created On :   15 Aug 2025 3:29 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story