CPEC Project: चीन के इस प्रोटेक्ट पर पाकिस्तान का फूटा गुस्सा, कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्री ने कही ये बात

डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। चीन और पाकिस्तान के बीच बेहतर व्यापार करने के लिए एक समझौता हुआ था। इसे लेकर पाकिस्तान के एक मंत्री ने यह स्वीकार किया है कि इस समझौते का हमारा देश कोई फायदा नहीं उठा सका है। यह चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) समझौता है। मंत्री का कहना है कि पिछली सरकारों की वजह से चीनी निवेशकों को वापस अपने देश मजबूरी में लौटना पड़ा है।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में लंबी छलांग
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून को पाकिस्तानी योजना मंत्री अहसान इकबाल ने बताया कि पाकिस्तान पहले ऐसे कई मौके गंवा चुका है, जब हमारे देश की अर्थव्यवस्था लंबी छलांगे लगा सकती थी। हम इस गेम-चेंजर साबित होने वाले सीपीईसी का लाभ नहीं ले सके। हम उससे होने वाले लाभ को कभी नहीं भुल सकते हैं।
पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स (PBS) ने दो दिवसीय डेटाफेस्ट कॉन्फ्रेंस के कार्यक्रम में पहुंचे, जहां पर इसका उद्घाटन करते हुए योजना मंत्री ने क्रिकेट का अदाहरण पेश करते हुए कहा कि हमारा देश सीपीईसी से कोई मजबूत फायदा नहीं उठाया है। उन्होंने इसके विफल होने का जिम्मेदार पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) को ठहराया है।
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इस वजह से चीन ने पीछे हटाए कदम
इकबाल ने यह भी कहा कि चीन ने मुश्किल समय में पाकिस्तान की सहायता की थी, लेकिन विपक्षी दलों ने चीनी निवेश को विवादों में घेरने का प्रयास किया। इस वजह से चीन को पाकिस्तान से अपने कदम पीछे हटाने पड़े।
गौरतलब है कि शायद यह पहली बार है कि किसी मौजूदा कैबिनेट मंत्री ने यह माना कि सीपीईसी के लक्ष्यों को पाकिस्तान हासिल नहीं कर सका। इस योजना को 21वीं सदी की सबसे महत्वाकांक्षी आर्थिक और रणनीतिक परियोजनाओं में से एक है।
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Created On :   14 Nov 2025 12:49 AM IST












